मौजूदा अनपेड क्लाइंट सिक्योरिटीज को 15 अप्रैल तक खत्म करना होगा. शेयर या तो क्लाइंट खाते में वापस जाएं या फिर बाजार में बेचे जाएं. न बेचा न क्लाइंट को दिया तो ऐसे शेयर की खरीद-बिक्री फ्रीज होगी.

​शेयरों में सीधे निवेश

शेयरों में निवेश कर कमाई करने के इन पांच सुनहरे नियम के बारे में जानते हैं आप?

शेयर बाजार में निवेश करें

शेयर बाजार में निवेश कर पैसे कमाना बहुत आसान नहीं है. बहुत से लोग जानकारी के अभाव में या टिप्स पर शेयरों की खरीद करते हैं और निवेश में पूंजी का भी नुकसान कर बैठते हैं. शेयर मार्केट में शेयर खरीदने के लिए सही समय और निवेश की अवधि बहुत महत्वपूर्ण है.

शेयरों में निवेश के नियम

शेयरों में निवेश के नियम

अगर आप शेयर बाजार में खुद निवेश कर रहे हैं तो आपको सही कंपनी चुनना चाहिए. आप उस कंपनी के शेयर निवेश के लिए चुनें जिसके मुनाफे में लगातार वृद्धि हो रही हो और जिसने अपने शेयरधारकों की पूंजी पर कम से कम 20% लाभ अर्जित किया हो.

लंबी अवधि या छोटी अवधि

लंबी अवधि या छोटी अवधि

अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं तो अच्छी कंपनी के शेयर खरीदकर उसे कम से कम पांच साल के लिए रखें तभी आप कंपनी के विकास का सही फायदा उठा सकेंगे. छोटी अवधि या 3 से 6 महीने किसी कंपनी के शेयर का प्रदर्शन कंपनी के मूल सिध्दांत से कम और बाजार की भावना से अधिक प्रेरित होता है. लंबी अवधि में शेयर की सही कीमत की प्रासंगिकता कम हो जाती है.

अनुशासन एवं निवेश में विविधता

Share Market के Rules – शेयर खरीदने के नियम (New)

शेयर बाजार में समय के साथ कई बदलाब आये है और आज वही बदलाब नियम बन गए है . शेयर बाजार को control करने वाली SEBI समय-समय पर शेयर बाजार पर नए नियम लागु कर देती है. इसलिए आज हम इस पोस्ट में शेयर बाजार के पुराने और नए नियमों को जानेंगे ताकि हम शेयर खरीदने के नियम जान सके और शेयर बाजार में शेयर खरीद कर आसानी से पैसे कमा सके.

शेयर मार्किट के नियम - शेयर खरीदने के नियम

शेयर मार्केट के नियम – शेयर खरीदने के नियम

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Share Kya Hai?

शेयर मार्केट के नियम जानने से पहले आपको शेयर के बारे में जानकरी होनी चाहिए की शेयर क्या होता है और शेयर कितने प्रकार के होते है . अगर आपको शेयर के बारे में जानकारी नहीं है तो आप हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़े इसमें आपको शेयर क्या है इसके बारे में पूरी जानकारी मिलेगी .

Share Market Ke Niyam

शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के कई नियम है जिनका आपको पालन करना होता है यह नियम SEBI के द्वारा बनाये गए है जो की पुरे शेयर मार्केट को Regulate करती है . SEBI एक ऐसा संसथान है जो की एक investor और trader के हित को ध्यान में रखते हुए अपने नियमों को बनती है ताकि. ज्यादा से ज्यादा लोग शेयर मार्केट में पैसे निवेश करके इसका लाभ उठा सके.

अगर आप SEBI के बारे में और भी ज्यादा विस्तार से जानना चाहते है तो इसके लिए हमारी नीचे दी गई पोस्ट पढ़े इसमें आपको SEBI के बारे में विस्तार से जानकारी मिल जायगी.

शेयर मार्केट के नियम निम्न अनुसार है .

  1. शेयर खरीदने के लिए Demat Account होना जरुरी है
  2. शेयर ट्रेडिंग के लिए Trading Account होना जरुरी है
  3. शेयर बैचते वक्त Stop Loss लगाना जरुरी है
  4. Demat Account में कम से कम 22 प्रतिशत margin money होना जरुरी है
  5. ब्रोकर के मार्जिन को पूरा इस्तमाल न करे
  6. शेयर खरीदते या बैचते वक्त सब्धानी रखे
  7. अपने Demat Account का passwords कठिन रखे और किसी के साथ शेयर न करे
  8. बिना पूरी जानकारी के किसी कंपनी के share में निवेश न करें
  9. किसी भी शेयरों में निवेश के नियम fraud call की scheme पर निवेश न करे
  10. शेयर खरीदने से पहले कंपनी का रिकॉर्ड चेक करे

शेयर खरीदने के नियम

पहले कोई भी व्यक्ति अपने ब्रोकर के द्वारा दी गई मार्जिन पर बिना पैसों को account में डाले शेयर बाजार से शेयर खरीद लिया शेयरों में निवेश के नियम करता था लेकिन अब SEBI ने एक नया नियम लागु कर दिया है . इस नए नियम के तहत अब आपको शेयर बाजार में शेयर खरीदने के लिए आपके account में 22% कम से कम पैसे डालने होंगे उसके बाद ही आप मार्जिन का उपयोग कर पाएंगे .

हलाकि यह सब एक ब्रोकर कंपनी पहले से ही follow करती शेयरों में निवेश के नियम आई है लेकिन कई बार अपने ग्राहक बढ़ाने के लिए कंपनी बिना पैसों के भी मार्जिन का उपयोग ग्राहक को करने देती थी लेकिन अब ऐसा नहीं हो पायेगा .

शेयर मार्केट से अगर आप ज्यादा पैसे कमाना चाहते है तो आप हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़े इसमें आपको शेयर मार्केट से ज्यादा पैसे कैसे कमाए इसके बारे में जानकारी मिलेगी.

आपको हमारी यह पोस्ट शेयर मार्केट के नियम – शेयर खरीदने के नियम अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे .

बड़ी खबर! निवेशकों के शेयरों की हिफाजत के लिए SEBI ने उठाया बड़ा कदम, 31 मार्च 2023 से लागू होगा नया नियम

नए सर्कुलर के मुताबिक, क्लाइंट को जानकारी देनी होगी कि पेमेंट न होने से ऑटो प्लेज हुआ है. अगर पेमेंट नहीं होगा तो ब्रोकर, क्लाइंट के शेयर को बेच सकेगा. लेकिन अनपेड शेयर की बिक्री से पहले क्लाइंट को बताना जरूरी है.

पे-आउट के 1 कामकाजी दिन बाद शेयर पूल से क्लाइंट खाते में जाएंगे. (File Photo)

शेयर बाजार (Stock Market) में निवेश करने वालों के लिए बड़ी खबर है. निवेशकों के शेयरों (Stocks) की हिफाजत के लिए मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (Sebi) ने एक नया सर्कुलर जारी किया है. नए सर्कुलर के मुताबिक, पे-आउट के 1 कामकाजी दिन बाद शेयर पूल से क्लाइंट खाते में जाएंगे. क्लाइंट के अनपेड शेयर क्लाइंट के डीमैट खाते (Demat Account) में ही ऑटो प्लेज होंगे. नया नियम 31 मार्च 2023 से लागू होंगे.

अनपेड शेयरों पर आया सर्कुलर

नए सर्कुलर के मुताबिक, क्लाइंट को जानकारी देनी होगी कि शेयरों में निवेश के नियम पेमेंट न होने से ऑटो प्लेज हुआ है. अगर पेमेंट नहीं होगा तो ब्रोकर, क्लाइंट के शेयर को बेच सकेगा. लेकिन अनपेड शेयर की बिक्री से पहले क्लाइंट को बताना जरूरी है.

सेबी के सर्कुलर के अनुसार, शेयर की बिक्री पर घाटा/मुनाफा क्लाइंट शेयरों में निवेश के नियम के खाते से एडजस्ट होगा. पे-आउट के 7 दिन में प्लेज/रिलीज नहीं तो शेयर फ्री माना जाएगा. हालांकि ऐसे शेयर को मार्जिन के लिए इस्तेमाल नहीं किये जाएंगे.

निवेशकों के शेयरों की हिफाजत के लिए #SEBI का नया सर्कुलर #Circular में क्या है खास ?

​पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस

शेयर बाजार में बहुत ज्‍यादा पैसा (50 लाख रुपये से अधिक) लगाने की चाहत रखने वाले निवेशकों के पास पोर्टफोलियो मैनेजर्स की सेवाएं लेने का भी विकल्‍प है. इसके लिए पोर्टफोलियो मैनेजमेंट एग्रीमेंट किया जाता है. यह एग्रीमेंट निवेशक शेयरों में निवेश के नियम और पोर्टफोलियो मैनेजर के बीच होता है. इसमें निवेश का मकसद, जोखिम, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट चार्ज की शर्तों के साथ इस बात का भी उल्‍लेख किया जाता है कि शेयरों में निवेश के नियम पोर्टफोलियो मैनेजर किस तरह की प्रतिभूतियों में निवेश करेंगे. शेयरों का स्‍वामित्‍व निवेशक के पास उसके डीमैट खाते में रहता है. इस तरह निवेशक को अपने खाते में ही डिविडेंड/बोनस एलॉटमेंट का पैसा मिलता है.

​किन बातों का रखें ध्‍यान

​किन बातों का रखें ध्‍यान

1-म्‍यूचुअल फंड पर कैपिटल गेंस टैक्‍स यूनिटों को भुनाने के वक्‍त ही लगता है. म्‍यूचुअल फंड पोर्टफोलियो के भीतर फंड मैनेजर प्रतिभूतियों में जो खरीद-फरोख्‍त करते हैं, उस पर कोई टैक्‍स नहीं लगता है.

2- पोर्टफोलियो मैनेजर जिन शेयरों में निवेश करते हैं, उन पर ट्रांजेक्‍शन के वक्‍त कैपिटल गेंस टैक्‍स लगता है. इस टैक्‍स को भरने की जिम्‍मेदारी निवेशक के पाले में आती है.

3- म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम के मुकाबले पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस यानी पीएमएस में पोर्टफोलियो को कस्‍टमाइज करने का खर्च ज्‍यादा आता है. म्‍यूचुअल फंड में स्‍टैंडर्ड पोर्टफोलियो होता है. यह स्‍कीम के निवेश उद्देश्‍यों की तर्ज पर होता है.

Web Title : these are 3 ways to invest in stocks, know what are the tax rules regarding them
Hindi News from Economic Times, TIL Network

Investment Tips: शेयर मार्केट से करोड़पति कैसे बनें? आपका भी है यही सवाल? ये 7 जवाब

अमित कुमार दुबे

पैसा कमाना हर किसी को अच्छा लगता है. कहा जाता है कि शेयर बाजार में बहुत पैसा है. कुछ लोगों को उदाहरण दिया जाता है कि इन्होंने महज 5000 रुपये से निवेश की शुरुआत की थी, और आज शेयर बाजार से करोड़ों रुपये बना रहे हैं. आखिर उनकी सफलता का राज क्या है, आज हम आपको बताएंगे? (Photo: Getty Images)

How can I earn 1 crore easily

दरअसल, आप भी कुछ आसान टिप्स को फॉलो कर शेयर बाजार से पैसे बना सकते हैं. शेयर बाजार में कुछ बातों का ध्यान रखकर आप लखपति से करोड़पति बन सकते हैं. लेकिन अक्सर लोग पैसे बनाने की होड़ में नियम और रिस्क को भूल जाते हैं, या फिर कहें जानबूझकर नजरअंदाज कर देते हैं. और फिर उनकी उनकी शिकायत होती है कि शेयर बाजार से बड़ा नुकसान हो गया. (Photo: Getty Images)

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