बुधवार को बाजार के एक मशहूर खाने के स्टॉल के पास धमाका हुआ. आम तौर पर लोग दफ्तर के बाद जल्दी से एक चाय पीने और बातचीत करने यहां जमा होते हैं.
बारिश साल बाद बाजार में धमाका से धुल सकते हैं विस्फोट के सबूत
मुंबई में लगातार तीन विस्फोटों के बाद अचानक बारिश हो गई है. इससे विस्फोटों के सबूत धुल जाने का खतरा बढ़ गया है. महानगर के जवेरी बाजार में भी धमाका हुआ है, जहां विस्फोटों का पुराना इतिहास रहा है.
मायानगरी में तीन विस्फोटों के कुछ ही घंटों बाद दिल्ली से फॉरेंसिक एक्सपर्ट मुंबई पहुंच चुके हैं. वे घटनास्थल से महत्वपूर्ण सबूत जुटाने में लग गए हैं. एक पुलिस अधिकारी का कहना है, "हो सकता है कि बारिश का ज्यादा असर न पड़े लेकिन इस बात की आशंका तो है ही कि कई सबूत मिट सकते हैं."
मुंबई की अपराध निरोधक शाखा अत्याधुनिक उपकरणों के साथ घटनास्थल पर पहुंच चुकी है और सूबत जुटाने में मदद कर रही है. उनकी कोशिश है कि खून के धब्बे और दूसरे सबूत न मिट पाएं.
बुधवार को जिन तीन जगहों पर धमाके हुए हैं, उनमें सबसे ज्यादा नुकसान जेवरों के बाजार जावेरी बाजार को हुआ है. यह साल बाद बाजार में धमाका बाजार 1993 से हमलावरों के निशाने पर रहा है. दक्षिणी मुंबई में स्थित यह बाजार सबसे पहली बार 1993 में आतंकवादियों के निशाने पर आया, जब उस साल अगस्त में मुंबई में धमाका हुआ. गुजरात दंगों के बाद हुए 13 सिलसिलेवार विस्फोट में मुंबई में 257 लोग मारे गए और 700 से ज्यादा घायल हुए. हालांकि पुलिस ने स्कूटर में रखे बम को उस वक्त फटने से पहले नाकाम कर दिया था.
1993 मुंबई सीरियल ब्लास्ट : 24 साल बाद फ्राइडे को हुआ 'ब्लैक फ्राइडे' का हिसाब
कुछ पल बाद ही दिन के करीब ढाई बजे शिवसेना भवन के पास भी बम फटा. उस वक्त ना तो सेल फोन था और ना ही पेजर, फिर भी खबर जंगल में आग की तरह फैली. शिवसेना भवन के साल बाद बाजार में धमाका पास हुए धमाकों में 4 की जान गई और 50 जख्मी हो गए. तीन मिनट बाद ही नरीमन प्वाइंट की एयर इंडिया बिल्डिंग धमाके से दहल गई वहां 20 लोग बेमौत मारे गए इसी तरह वर्ली के सेंचुरी बाजार के सामने भी मौत का तांडव दिखा. वर्ली के सेंचुरी बाजार में एक डबल डेकर बस में धमाका हुआ था. 5 दूसरी बसें भी इसकी चपेट में आ गई थीं. उस वक्त वर्ली शायद निशाने पर था, इसीलिए पासपोर्ट दफ्तर के पास ही एक दूसरा धमाका भी हुआ.
धमाका करने तैयार शहर का कार बाजार
(फोटो: शोरूम में कार देखते ग्राहक)
जबलपुर। शहर में खरीदारी को देखते हुए शहर का कारोबारी जगत तैयार हो चुका है। हर क्षेत्र के व्यापारी ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को लुभाने में जुटा है। वहीं दो दिन में करीब 40 से 45 करोड़ रुपए का कारोबार करने वाला कार बाजार भी मैदान में पूरी तरह से आ चुका है। धमाका करने को बेताब शहर के कार बाजार में ग्राहकों की रुचि और सुविधाओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। ग्राहकों को लुभाने के लिए कार कंपनियों से लेकर इंश्योरेंस कंपनियों तक कई योजनाएं व छूट प्रदान की जा रही हैं।
फैक्ट फाइल-
- 40-45 करोड़ रुपए करीब का कारोबार धनतेरस-दीवाली में
- 600 से अधिक कारों की बिक्री होने की संभावना
- 350 से अधिक कारों की अब तक एडवांस बुकिंग
- 300 से अधिक कारें केवल दशहरा में बिकीं
- 1500 से अधिक कारों की बिक्री बिना दशहरा-दिवाली में होने की संभावना
- 125 करोड़ रुपए का कारोबार इस महीने हो सकता है
300 से अधिक ने कराई बुकिंग
कारों के प्रति लोगों के लगाव का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अकेले धनतेरस और दीवाली पर अपनी मनपसंद कार घर ले जाने के लिए खरीदने वाले लगभग 300 लोगों ने एडवांस बुकिंग करा दी है। जबकि अभी दीवाली आने में अभी एक सप्ताह से अधिक समय बाकी हैं, एेसे में यह आंकड़ा अभी और बढऩे की संभावना बनी हुई है। कार विक्रेताओं के अनुसार अब तक हुई एडवांस बुकिंग पिछले साल की बिक्री से ज्यादा है। पिछली दीवाली में लगभग 250 कारों की बिक्री हुई थी।
दिवाली तक होने वाली बिक्री
मारुति - 200-250
हुंडई - 80-100
महिंद्रा - 100-125
टाटा - 100-150
टोयोटा - 40-50
सेवरले - 20-30
रेनॉल्ट - 25-30
वॉक्सवागन -12-15
होंडा - 20-25
(संख्या लगभग में, अलग-अलग एजेंसियों से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर)
मध्यमवर्गीय ने जलाई है फूलझड़ी
शहर के कार बाजार में खुशियों की फूलझड़ी मध्यमवर्गीय परिवारों ने जलाई है। विभिन्न बैंकों द्वारा दिए जा रहे लोन, स्कीमों का सबसे ज्यादा फायदा मध्यमवर्गीय साल बाद बाजार में धमाका परिवार ही कर रहे हैं। शहर में सबसे अधिक से कारें 2.5 लाख रुपए से 6 लाख रुपए तक की बिक रही हैं। इसके बाद एसयूवी, एमयूवी कारों के खरीदारों का नंबर आता है। केवल दशहरा-दीवाली में साल का 40 प्रतिशत कारोबार- कार बाजार का लगभग 40 प्रतिशत कारोबार दशहरा और दीवाली में होता है। दशहरा में करीब 250 कारों की बिक्री हुई थी। वहीं दीवाली के लिए 300 लोगों ने कार बुक करवा दी हैं। यह आंकड़ा हर दिन बदल रहा है। ग्राहकों को लुभाने के लिए कार कंपनियों द्वारा कई योजनाएं, छूट, आसान लोन स्कीम, एक्चेंज आदि दिए जा रहे हैं।
40 प्रतिशत कारोबार
एक कार विक्रेता के अनुसार दशहरा दीवाली में पूरे साल का करीब 40 प्रतिशत कार का कारोबार होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए कार कंपनियों द्वारा तैयारी की गई हैं। ग्राहकों को लुभाने के लिए कंपनियों द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं।
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