आप बहुत सारे पैसे Share Market में गवां देंगे इसलिए आपको सबसे पहले Technical Analysis करना बहुत जरूरी होता है
टेक्निकल एनालिसिस अब हुआ आसान
टेक्निकल एनालिसिस एक कुशल और अच्छा दृष्टिकोण है जिसे अगर ठीक से समझा जाये तो व्यक्ति को सभी प्रकार के वातावरण जैसे ट्रेडिंग रेंज या ट्रेंडिंग मार्केट में एक कम्फर्ट जोन में रहने की अनुमति मिलती है׀ टेक्निकल एनालिसिस की सहायता से आप स्वयं किसी भी फाइनेंशियल मार्केट चार्ट का विश्लेषण कर सकते है और फायदेमंद ट्रेडिंग के निर्णय ले सकते है׀ हाल ही के दिनों में पूँजी बाज़ारों की अस्थिर प्रकृति देखते हुए, ट्रेडिंग या निवेश के लिए उपलब्ध हर संभव उपकरण से लेस होना जरुरी है׀ बाज़ारों में केवल एक सूचित निर्णय लेने से आप बाज़ारों में सफल करियर बनाने का मार्ग बना सकते है, और ऐसा करने के लिए आप टेक्निकल एनालिसिस का समग्र ज्ञान छोड़ नहीं सकते׀ इस कोर्स के माध्यम से अभ्यर्थी अच्छी गुणवत्ता के स्टॉक की पहचान करने में सक्षम हो जाएँगे और एंट्री तथा एग्जिट के सही समय की पहचान भी कर सकेंगे
Objective
- बाज़ार की व्यापक प्रवृत्ति को पहचाने
- स्टॉक पर उचित एंट्री तथा एग्जिट लेना सीखे
- टेक्निकल एनालिसिस के पीछे की थ्योरी और टेक्निकल एनालिसिस अब हुआ आसान साइंस को सीखे जिससे अधिकतम रिस्क रिवॉर्ड रेश्यो के साथ फायदेमंद ट्रेड को पहचान सके׀
- बाज़ार की नब्ज़ का पता लगाने और कीमतों के बढ़ने के ट्रेंड को निर्धारित करने के लिए कैंडलस्टिक पैटर्न और प्राइस पैटर्न, सपोर्ट और रेजिस्टेंस जैसे विभिन्न तरीकों और उपकरणों के बारे में सीखें׀
किसी भी प्रकार की कोर्स रिलेटेड दुविधा के लिए विद्यार्थी हमारे ईमेल सपोर्ट सुविधा, या फिर डिस्कशन फोरम प्लैटफाॅर्म की मदद ले सकते है| ये प्लैटफाॅर्म पर आप २४*७ अपने प्रश्न डाल सकते है और हमारी टीम आपको जल्द से जल्द इसके उत्तर देने का प्रयास करेंगी|
टेक्निकल ट्रेडिंग अब हुआ आसान
यह कोर्स एक अच्छी तरह तैयार किया गया ट्रेडिंग कोर्स है जो एक मजबूत ट्रेडिंग पद्धति की शिक्षा को सक्षम करता है׀ यह अच्छे धन और रिस्क मैनेजमेंट के साथ बाज़ार में ट्रेडिंग की रणनीतियों और तकनीकों पर ध्यान केन्द्रित करने वाला कोर्स है׀ एक्टिव मार्केट सहभागियों में से टेक्निकल एनालिसिस अब हुआ आसान एक बहुत ही छोटा अनुपात वास्तव में और लगातार फाइनेंशियल मार्केट से रिटर्न उत्पन्न करते है׀ यह छोटा अनुपात वास्तव में 10% से भी कम है׀ यह कोर्स ट्रेडिंग पैटर्न, ट्रेडिंग रणनीति, ट्रेडिंग साइकोलॉजी और पैसा बनाने की तकनीकों के बारे में सीखने और समझने पर ध्यान केन्द्रित करता है׀ यह ट्रेडिंग के कला और विज्ञान के थ्योरेटिकल ज्ञान और प्रैक्टिकल विशेषज्ञता का एक सही मिश्रण है׀
Kredent Academy is a pioneer of financial market education in India and has been at the forefront of the spreading financial education in India since its inception in 2008. Starting from basic finance to advanced concepts like stock market investing, fundamental and technical analysis, and options trading, we have courses that will teach you to save and invest money responsibly and grow your wealth steadily. These courses are taught by some of the best instructors and market experts and are highly practical focused to give the students a holistic understanding of the subjects.
Objective
यह कोर्स विभिन्न ट्रेडिंग रणनीतियों की खोज करता है जो एक ट्रेडर या निवेशक द्वारा उपयोग किया जा सकता है׀ यह एक सफल ट्रेडर की साइकोलॉजी पर भी ध्यान केन्द्रित करता है׀ इस कोर्स में ट्रेडिंग साइकोलॉजी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जो फाइनेंशियल मार्केट में अपना पहला पैसा निवेश करके रिस्क में डालने से पहले स्वयं समझने से सम्बंधित है, टेक्निकल एनालिसिस अब हुआ आसान क्योंकि फाइनेंशियल मार्केट्स में 90% सफलता के लिए ट्रेडिंग साइकोलॉजी जिम्मेदार है׀ स्टॉक का व्यापक टेक्निकल एनालिसिस, फाइनेंशियल चार्ट का एनालिसिस, ट्रेडिंग रणनीति और भी बहुत कुछ साधनों की सहायता से ट्रेडिंग की कला और विज्ञान के बारे में सीखे׀
किसी भी प्रकार की कोर्स रिलेटेड दुविधा के लिए विद्यार्थी हमारे ईमेल सपोर्ट सुविधा, या फिर डिस्कशन फोरम प्लैटफाॅर्म की मदद ले सकते है| ये प्लैटफाॅर्म पर आप २४*७ अपने प्रश्न डाल सकते है और हमारी टीम आपको जल्द से जल्द इसके उत्तर देने का प्रयास करेंगी|
Stock Market Tips: किसी शेयर में निवेश से पहले आप खुद भी करें रिसर्च, जानें फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस का फर्क और अहमियत
फंडामेंटल तौर पर मजबूत स्टॉक की पहचान काफी आसान होता है क्योंकि आप इसे लंबे समय में करते हैं. वहीं टेक्निकल एनालिसिस में एकाएक उतार-चढ़ाव को एनालिसिस करना होता है. (Image- Pixabay)
Stock Market Tips: स्टॉक मार्केट में निवेश के लिए बेहतरीन शेयरों का चयन करना पहला स्टेप होता है. इसके लिए मुख्य रूप से दो तरीकों से एनालिसिस किया जाता है जैसे कि फंडामेंटल एनालिसिस या टेक्निकल एनालिसिस. हालांकि कभी-कभी कंफ्यूजन होती है कि इन दोनों ही एनालिसिस के जरिए शेयरों का चयन किया जाए या किसी एक एनालिसिस के सहारे स्टॉक मार्केट से मुनाफे की रणनीति अपनाई जाए.
Fundamental Analysis
इसमें कंपनी के फाइनेंशियल्स और P/E Ratio और P/B Ratio जैसे रेशियो को देखते हैं. इसके अलावा और भी रेशियो को एनालाइज करते हैं. अब अगर जैसे पीई रेशियो की बात करें तो इसकी वैल्यू अगर कम है तो इसका मतलब है कि इसमें ग्रोथ की काफी गुंजाइश है जब पीबी रेशियो कम है तो इसका मतलब हुआ कि स्टॉक अंडरवैल्यूड है. इसके अलावा फंडामेंटल एनालिसिस में बीटा को भी देखते हैं जो अगर एक से अधिक है तो इसका मतलब हुआ कि मार्केट की तुलना में यह अधिक वोलेटाइल है. जो कंपनियां हाई डिविडेंड यील्ड वाली हैं और कर्ज मुक्त हैं, वे फंडामेंटली रूप से बहुत मजबूत हैं.
टेक्निकल टेक्निकल एनालिसिस अब हुआ आसान एनालिसिस फंडामेंटल एनालिसिस की तुलना में थोड़ा अधिक कांप्लेक्स है. इसके तहत रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI), बोलिंजर बैंड्स (Bollinger Bands) जैसे 30-40 टेक्निकल इंडिकेटर्स का एनालिसिस किया जा सकता है. इस एनालिसिस में स्टॉक की मजबूती और रूझानों का अनुमान लगाया जाता है.
Fundamental vs Technical Analysis
फंडामेंटल और टेक्निकल टेक्निकल एनालिसिस अब हुआ आसान एनालिसिस को कुछ फैक्टर पर किया जााता है जैसे कि समय, रिस्क और ट्रैकिंग.
- समय- फंडामेंटल एनालिसिस आमतौर पर ऐसे समय में किया जाता है जब आपको लंबे समय के लिए किसी स्टॉक को होल्ड करना है. इसके तहत ऐसे स्टॉक की पहचान की जाती है जो समय के साथ और मजबूत होंगे. इसके विपरीत टेक्निकल एनालिसिस को शॉर्ट टर्म में किसी स्टॉक में पैसे लगाने के लिए किया जाता है. इसमें बुलिश स्टॉक की पहचान की जाती है.
- रिस्क- फंडामेंटल रूप से मजबूत शेयरों में निवेश पर रिस्क कम होता है जबकि टेक्निकल वैरिएबल्स में टेक्निकल एनालिसिस अब हुआ आसान ऐसा दावा नहीं किया जा सकता है.
- ट्रैकिंग- फंडामेंटल तौर पर मजबूत स्टॉक की पहचान काफी आसान होता है क्योंकि आप इसे लंबे समय में करते हैं. वहीं टेक्निकल एनालिसिस में एकाएक उतार-चढ़ाव को एनालिसिस करना होता है.
- वैल्यू: फंडामेंटल एनालिसिस में किसी कंपनी के कारोबार, इंडस्ट्री और मार्केट के साथ घरेलू व अंतरराष्ट्रीय माहौल का आकलन करते हुए फेयर वैल्यू डेवलप करते हैं. वहीं टेक्निकल में हिस्टोरिकल रिटर्न और भाव में बदलाव के जरिए आगे कीमतों में उतार-चढ़ाव का आकलन किया जाता है.
[2023]शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग क्या होता है? Trading vs Investing in Hindi
यदि आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग क्या होता है? जानना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होने वाला है क्योंकि इस आर्टिकल में शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग के बारें में आसान शब्दों में बेहतर ढ़ंग से समझाया गया है. लेकिन जब तक इस आर्टिकल को पूरा नहीं पढेंगे तब तक समझना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, इसलिए उम्मीद है की आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़कर, अच्छे से समझने की कोशिश करेंगे.
शेयर मार्केट में दिलचस्वी रखने वाले नए निवेशक हमेशा इस बात को लेकर कंफ्यूजन में रहते हैं की शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग क्या होता है. तो चलिए सबसे पहले जानते हैं की शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग क्या है?
ट्रेडिंग क्या होता है? What’s Trading in Stock Market Hindi
Table of Contents
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग क्या है? इसे जानने से पहले हमें शेयर मार्केट क्या है? यह जानना ज़रूरी है, तो “जहाँ पर कंपनियों के शेयर्स अथवा हिस्सेदारी की ख़रीद या बिक्री होती है उसे शेयर मार्केट(Share Market) या शेयर बाजार कहते हैं.”
अब बात आती है ट्रेडिंग क्या होता है? अगर आसान शब्दों में समझें की ट्रेडिंग का क्या मतलब होता है तो किसी भी वस्तु की सेवा का ख़रीद और बिक्री करके मुनाफ़ा कमाना ही ट्रेडिंग कहलाता है. यदि दूसरे शब्दों में समझें तो शेयर मार्केट में किसी भी कंपनी के शेयर्स को एक दिन से एक वर्ष तक होल्ड करके रखने की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते हैं.
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं? Types of Trading in Stock Market Hindi
स्टॉक मार्केट(Stock Market) में ट्रेडिंग को मुख्यतः चार पार्ट में डिवाइड किया गया है.
- इंट्राडे ट्रेडिंग
- स्कैल्पिंग ट्रेडिंग
- स्विंग ट्रेडिंग
- पोजिसनल ट्रेडिंग
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? What’s Intraday Trading in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? शेयर मार्केट में जब किसी स्टॉक को एक दिन के लिए ख़रीदा और बेचा जाता है तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) कहा टेक्निकल एनालिसिस अब हुआ आसान जाता है, इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको एक ही दिन के अंदर स्टॉक को ख़रीदना और बेचना पड़ता है अगर आपने इंट्राडे ट्रेडिंग में किसी भी एक ही दिन में नहीं बेचा तो आपका ब्रोकर उसे बेच देगा फिर चाहे आपको मुनाफ़ा हुआ रहे या फिर नुकसान. केवल एक दिन में ख़रीदने और बेचने की वजह से इसे डे ट्रेडिंग भी कहा जाता है, इसमें रिस्क और मुनाफ़ा दोनों ही बहुत ही ज्यादा होता है.
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग में क्या अंतर है? Trading vs Investing in Hindi
अगर बहुत ही सरल शब्दों में समझें तो ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग में मुख्य अंतर यही होता है की ट्रेडिंग में किसी भी शेयर को बहुत ही शार्ट टर्म के लिए ख़रीदा और बेचा जाता है और इन्वेस्टिंग में किसी कंपनी के शेयर को लॉन्ग टर्म के लिए ख़रीदा और बेचा जाता है. इसके अलावा भी आइये जानते है ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग में क्या फ़र्क होता है?
ट्रेडिंग | इन्वेस्टिंग |
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कम समय के लिए होता है जैसे- कुछ मिनट, कुछ घंटे, एक दिन, कुछ हफ़्तों या फिर एक वर्ष तक | शेयर मार्केट में इन्वेस्टिंग लॉन्ग टर्म के लिए होता है जैसे- एक वर्ष से कई सालों तक |
शेयर मार्केट टेक्निकल एनालिसिस अब हुआ आसान के किसी भी स्टॉक में ट्रैड करने के लिए स्टॉक बहुत ही कम पैसों में मिल जाता है. | इन्वेस्टिंग में किसी शेयर्स को पूरा ख़रीदना पड़ता है क्योंकि वह लंबे समय तक होल्ड पर होता है. |
ट्रेडिंग में किसी भी स्टॉक का टेक्निकल एनालिसिस करना होता है जबकि | इन्वेस्टिंग में किसी भी स्टॉक का फंडामेंटल एनालिसिस करना पड़ता है. |
ट्रेडिंग में ट्रेडर बहुत ही कम समय में बहुत ही ज्यादा पैसा कमाते है. | इन्वेस्टिंग में इन्वेस्टर को ज्यादा रिटर्न पाने के लिए लंबे समय तक शेयर को होल्ड करके रखना पड़ता है. |
इसमें जितना कम समय में अच्छा मुनाफ़ा होता है उतने ही कम समय में पैसा भी डूब जाता है. यानी रिस्क ज्यादा होता है. | इसमें इन्वेस्टर लॉन्ग टर्म के लिए किसी भी स्टॉक को होल्ड करके रखता है इसलिए पैसे डूबने का रिस्क बहुत ही कम हो जाता है. |
ट्रेडिंग में कम समय के अन्दर किसी भी स्टॉक को ख़रीदने और बेचने वालों को ट्रेडर कहा जाता है. | इन्वेस्टिंग में लंबे समय तक किसी भी स्टॉक को होल्ड रखने वालों को इन्वेस्टर कहा जाता है. |
Technical analysis kya hai? (WHAT IS TECHNICAL ANALYSIS)
जब हम Stock Market में Trading करते हैं तो हम किसी भी टेक्निकल एनालिसिस अब हुआ आसान कंपनी के शेयर का Price देखकर उस कंपनी का Share खरीद लेते हैं और Short Term में Share Price के मूवमेंट को देख कर अपना प्रॉफिट बनाना चाहते हैं लकिन Short Term में किसी भी Company का Share Price काफी जल्दी बदल जाता है कभी जल्दी से नीचे आ जाता है और कभी जल्दी से ऊपर चला जाता है
इस तरह हमें कैसे पता चलेगा कि हमें किस प्राइस पर किस तरह से ट्रेडिंग करना है ताकि हमें Profit हो सके तो इसी समस्या का समाधान करने के लिए Technical Analysis को बनाया गया था
Technical Analysis शेयर मार्केट का वह तरीका है किसी भी Share Price के हिस्ट्री को देखते हुए हम उस शेयर का प्राइस के मूवमेंट को जान सकते हैं की प्राइस टेक्निकल एनालिसिस अब हुआ आसान ऊपर जाएगा या शेयर का प्राइस नीचे जाएगा
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Technical analysis क्या होता है? (What is technical analysis in Hindi)
Technical Analysis को हम इसे थोड़ा Example के साथ समझते हैं कई बार आपने तो TV पर मौसम का हाल तो सुना होगा मौसम विभाग टीवी पर बादलों की वर्तमान स्थिति और हवाओं का रुख देखकर आने वाले 24 घंटे में कैसा मौसम रहेगा और कहां बारिश होगी और कहां पर मौसम साफ रहेगा यह स्थिति स्पष्ट रूप से बता देता है
मौसम का बात हम इसलिए बताते हैं क्योंकि Technical Analysis कुछ इसी तरह काम करता है किसी भी शेयर का टेक्निकल एनालिसिस करने के लिए किसी भी शेयर का भूतकाल और भविष्य काल को देख कर उसके शेयर का अंदाजा लगाता है
जिस तरह हवा का रुख बदल जाता है तो बादलों की भी स्थिति बदल जाती है उसी प्रकार जब Technical Analysis में कैंडल की स्थिति बदलती है तो बाजार का ट्रेंड भी बदल जाता है आसान भाषा में से समझे तो चार्ट के आधार पर किसी भी कंपनी के भविष्य का पता लगाया जा सकता है इसी चार्ट को Technical Analysis कहा जाता है
Technical analysis क्यों करना चाहिए
मान लीजिए की आपको कोई शहर जाना टेक्निकल एनालिसिस अब हुआ आसान चाहते हैं और आपको किसी खास लोकेशन पर जाना है और आप गाड़ी लेकर चले गए हैं बिना किसी नक्शे के इस इस्थिति में आपको गुम हो जाने का डर और गलत रास्ते पर जाने का डर लगा हुआ रहता है कुछ इसी प्रकार Technical Analysis काम करता है
मतलब की Technical Analysis आपके लिए एक तरह से नक्शे का काम करता है अगर आप चार्ट को को बिना सोचे समझे अपने पैसे को इन्वेस्ट किया तो वह अंधेरे में तीर चलाने जैसा होगा
Technical Analysis में चार्ट शेयर में कैसी स्थिति चल रही है यह आपको बताता है और यह तरीका काफी सटीक है आप इससे से अंदाजा लगा सकते हैं कि अब शेयर ऊपर जाएगा या नीचे जाएगा
Note : जो लोग intraday Trading करते हैं उनके लिए मेरा हमेशा से ही Request है कि आप Technical Analysis अच्छे से करना सीख जाए उसके बाद ही intraday Trading करना शुरू करें नहीं तो आप अपना पैसा गवां सकते हैं
Conclusion This Article
इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको बताया कि टेक्निकल एनालिसिस क्या है? Technical Analysis in hindi में पूरी जानकारी दिए हैं अगर आप अभी टेक्निकल एनालिसिस करना चाहते हैं तब आप हमें कमेंट में जरूर बताएं हम उस पर भी एक न्यू आर्टिकल लिखेंगे और यह पोस्ट पसंद आया है तो कमेंट में जरूर बताएं और अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें
Q. टेक्निकल किसे कहते हैं
Ans. Technical Analysis से आप पता लगा सकते हैं शेयर का प्राइस ऊपर जाएगा या नीचे
Q. Technical Analysis क्यों करना चाहिए
Ans. Technical Analysis अगर आप इंट्राडे में नहीं करते हैं तब आप बहुत बड़ा नुकसान झेलने के लिए तैयार रहें
Q. Technical Analysis नहीं करे तो क्या होगा
Ans. Technical Analysis अगर आप इंट्राडे में नहीं करते हैं तब आप बहुत बड़ा नुकसान झेलने के लिए तैयार रहें
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