इन स्मार्ट तरीकों से निवेश करते हैं अमीर, तभी तो बढ़ता जाता है उनका पैसा
अगर देखा जाए कि तो उनकी जिंदगी भर पाए कुछ कम नहीं होती है निवेश की जानकारी न होने की वजह से वह जो भी बचाते हैं उसमें उनको बेहतरीन रिटर्न नहीं मिल पाता है.
खास बातें
- स्मार्ट तरीके से निवेश करते हैं अमीर
- कैश को ज्यादा से ज्यादा पास रखने का चलन
- अल्टरनेटिव निवेश से भी हो रहा है मोहभंग
मध्यम वर्ग के लोगों के साथ एक बड़ी समस्या यह रहती है कि वह अपनी आय की बड़ी अमीर लोग कहाँ निवेश करते हैं? मात्रा को खर्च कर देते हैं और बचाने के लिए उनके पास कुछ भी नहीं रहता है. हालांकि अगर देखा जाए कि तो उनकी जिंदगी भर पाए कुछ कम नहीं होती है निवेश की जानकारी न होने की वजह से वह जो भी बचाते हैं उसमें उनको बेहतरीन रिटर्न नहीं मिल पाता है. इसके उल्टा जो पैसे वाले लोग होते हैं उनके फाइनेंशियल एडवाइजर उनको निवेश की अच्छी सलाह देते हैं.
क्या हैं वह तरीके जो अमीर को और अमीर बना रहे हैं
एक रिपोर्ट की मानें तो दुनिया भर के अमीर अब अपने पास ज्यादा कैश रख रहे हैं. ये वह लोग जिनके पास 5 से 6 करोड़ रुपये के आसपास धन है और यह लोग कुछ ऐसे तरीके अपना रहे हैं जिनसे इनकी संपत्ति में इजाफा हो रहा है.
1- अगर आप सोचते हैं कि पैसे वाले लोग अपना ज्यादा पैसा कारोबार में लगा देते हैं तो यह ट्रेंड अब खत्म हो गया है. दुनिया में जिस तरह से आर्थिक हालात बदल रहे हैं उससे अब यह लोग ज्यादा पैसा अपने पास रखते हैं क्योंकि ऐसा उनको लगता है कि पता नहीं है कि कब कहां बड़े निवेश का मौका मिल जाए.
2- अमीर अपनी फिक्स इनकम से समझौता नहीं करते हैं. आमतौर पर फिक्स इनकम का पैसा बॉड में लगा दिया जाता है फिर चाहे रिटर्न कम ही क्यों न मिले.
3- भारत में आम धारणा है कि रियल इस्टेट अमीर लोग कहाँ निवेश करते हैं? में निवेश करने से अच्छा रिटर्न मिलता है लेकिन अब बड़े निवेशक इससे निकल रहे हैं और अब उनके पास अच्छा-खासा कैश होने अमीर लोग कहाँ निवेश करते हैं? से वह दूसरी जगहों पर निवेश कर पाने की स्थिति में हैं.
4- दुनिया भर के इक्विटी मार्केट में भले ही उठापटक चल रही हो लेकिन पैसे वाले निवेशकों इसमें लगातार निवेश कर रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक 2016 की तुलना में 2017 में इक्विटी मार्केट में निवेश बढ़ गया है.
5- बड़े निवेशकों का अब स्टॉक मार्केट, बांड और रियल इस्टेट के अलावा किए जाने वाले निवेश जिसे (अल्टरनेटिव निवेश) में अब रुचि नहीं दिखा रहे हैं और यहां से भी पैसा निकालना शुरू कर दिया है और इक्विटी मार्केट में पैसा लगा रहे हैं.
लेकिन किसी भी ऐसे निवेश से पहले फाइनेंसियल एडवाइजर की सलाह जरूर लेनी चाहिए कई बार नासमझी की वजह से भी नुकसान की आशंका रहती है.
जानिए कहां खर्च और निवेश करना पसंद करते हैं अमीर भारतीय
निजी निवेश के मामले में अमीर लोगों को रीयल एस्टेट और शेयर बाजार पसंद हैं. अमीर भारतीयों को निवेश के लिहाज से यूके सबसे अधिक प्रिय है.
अमीर निवेशकों के लिए जानकारी का सबसे बड़ा स्रोत अखबार है, जबकि टीवी दूसरे नंबर पर आता है. अमीर निवेशकों को रियल एस्टेट में निवेश करना सबसे प्रिय है.
इसके अलावा भारत के लोकप्रिय मदिरा ब्रांड ओल्ड मंक उनके बीच सबसे लोकप्रिय है. ये जानकारियां हुरुन इंडिया लग्जरी कंय्जूमर सर्वे 2019 से सामने आई हैं.
रईस भारतीयों ने कहा कि इस साल वे निवेश में जोखिम से दूर रहना पसंद करेंगे. हुरुन रिपोर्ट इंडिया के एमडी और मुख्य शोधकर्ता रहमान जुनैद ने कहा, "धन और संपत्ति में इजाफा और बढ़ती युवा आबादी के चलते लग्जरी उत्पादों और सेवाओं पर खर्ज तेजी से बढ़ रहा है."
उन्होंने कहा, "यदि इंडिया अगले चार साल में अपना जीडीपी दोगुना कर लेता है तो देश में करोड़पतियों और अरबपतियों की संख्या में जोरदार इजाफा होगा. इसका सीधा संबंध लग्जरी ब्रांड्स और निवेश से है."
हुरुन की रिच इंडिया लिस्ट में 831 नाम शामिल हैं, जिनके पास बिलियनेयर (7,000 करोड़ रुपये से अधिक दौलत के मालिक) का तमगा है. संग्रह करने योग्य चीजों में अमीर निवेशक कला से जुड़ी चीजों पर सबसे ज्यादा खर्च करते हैं.
इस सूची के अनुसार, अमीर लोगों में पुरुषों के अमीर लोग कहाँ निवेश करते हैं? लिए सबसे अधिक लोकप्रिय गिफ्ट घड़ी है, जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स दूसरे व वाइन और महंगी शराब तीसरे नंबर पर है. महिलाओं के लिए लग्जरी अमीर लोग कहाँ निवेश करते हैं? गिफ्ट के मामले में जूलरी पहले, एक्सेसरीज दूसरे और गिफ्ट कार्ड तीसरे स्थान पर हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, अमीर निवेशकों के लिए जानकारी का सबसे बड़ा स्रोत अखबार है, जबकि टीवी दूसरे नंबर पर आता है. अमीर निवेशकों को रियल एस्टेट में निवेश करना सबसे प्रिय है.
इस सर्वे में शामिल 31.07 फीसदी लोगों ने माना कि अगले दो सालों में वे रियल एस्टेट में निवेश बढ़ाने वाले हैं, जबकि 49.51 फीसदी लोगों ने इस निवेश को जस-के-तस बनाए रखने की बात कही. बाकी लोगों ने कहा कि वे इस निवेश को कम करने की मंशा रखते हैं.
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अमीर निवेशकों को क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से भुगतान करना सबसे अधिक पसंद है. इसमें वे वीजा या मास्टरकार्ड जैसी कंपनियों को प्राथमिकता देते हैं. सिर्फ 17 फीसदी रईस नकद या ई-वॉलेट्स का इस्तेमाल करते हैं.
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Best Age For Invest: किस उम्र में कितनी सेविंग? 35 साल के बाद बदल जाता है फॉर्मूला, ये है गणित.
What is the best age for investment?: सच है कि आप निवेश की शुरुआत कभी भी कर सकते हैं. लेकिन उम्र के हिसाब निवेश (Invest) की राशि, रिस्क (Risk), और पोर्टफोलियो (Portfolio) का आकार बदल जाता है.
अमित कुमार दुबे
- नई दिल्ली,
- 07 दिसंबर 2022,
- (अपडेटेड 07 दिसंबर 2022, 2:47 PM IST)
आज की तारीख में कोई 40 की उम्र में रिटायर (Retired) होना चाहता है तो कोई 50 में, कोई 60 की उम्र तक नौकरी का ख्याल मन में लेकर चलता है. लेकिन इन सबके बीच अधिकतर लोगों ऐसे होते हैं, जो रिटायरमेंट को लेकर समय रहते गंभीर नहीं होते हैं, और फिर बाद में पछताते हैं. रिटायरमेंट ही नहीं, अपने फ्यूचर प्लान को लेकर ऐसे लोग लापरवाह होते हैं. अच्छी कमाई के बावजूद एक रुपये नहीं बचा पाते हैं. क्योंकि वे सेविंग को गंभीरता से नहीं लेते हैं.
आइए आज हम आपको बताते हैं, किस उम्र में निवेश की शुरुआत (How to Investment) कर देना चाहिए. हालांकि ये सच है कि आप निवेश की शुरुआत कभी कर सकते हैं. लेकिन उम्र के हिसाब निवेश (Invest) की राशि, रिस्क (Risk), और पोर्टफोलियो (Portfolio) का आकार बदल जाता है. अक्सर लोग 25 की उम्र से जॉब शुरू कर देते हैं, कुछ लोग 30 तक शुरुआत करते हैं.
लेकिन क्या पहली नौकरी के साथ निवेश का पहला कदम बढ़ा देना चाहिए? किस उम्र में कितना निवेश करना चाहिए? क्या पारिवारिक बोझ आने के बाद ही निवेश शुरू करना चाहिए? वित्तीय जानकारों का कहना होता है कि प्राइवेट जॉब (Private Job) वालों को पहली नौकरी से निवेश के बारे में सोचना चाहिए. इसके दो फायदे हैं, पहला- कम उम्र में मोटी रकम जुटा लेंगे और दूसरा- जब कम उम्र से निवेश की शुरुआत करेंगे, तो निवेश के लिए वक्त ज्यादा मिल जाएगा, जिससे कम निवेश से भी बड़ा फंड बन जाएगा.
उम्र 25 से 35 साल वालों के लिए ये फॉर्मूला.
इस उम्र में लोग जिंदादिल होते हैं. कम कमाते हैं. लेकिन बेफिक्र होकर खर्च करते हैं. यह जिंदगी का लुत्फ उठाने वाली उम्र है. इसलिए अधिकतर लोग इस उम्र में पैसे बचा नहीं पाते. जब बचा नहीं पाते हैं तो फिर सेविंग का सवाल ही नहीं उठता. लेकिन अगर इस उम्र से निवेश शुरू कर दें, तो फिर किसी भी वित्तीय लक्ष्य को आसानी से हासिल कर सकते हैं.
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उदाहरण के तौर पर 25 साल का युवा हर महीने केवल 2000 रुपये का SIP करता है, और यह सिलसिला 60 की उम्र तक जारी रहता है तो फिर उसके पास 1 करोड़ 35 लाख रुपये जमा हो जाएंगे. यह आकलन 12 फीसदी ब्याज पर आधारित है. जबकि इससे भी ज्यादा पैसे बनाए जा सकते हैं.
इसलिए 25 से 35 साल की उम्र वालों के लिए रिटायरमेंट पर 2 करोड़ रुपये पाने के लिए रास्ता बेहद आसान होता है. 35 साल वाले को हर महीने केवल 10 हजार के निवेश पर 2 करोड़ रुपये मिल सकता है. जबकि 25 साल वाले तो केवल 3 हजार महीने की SIP पर 60 साल के बाद 2 करोड़ रुपये जुटा लेंगे. कल्पना कीजिए अगर कोई 25 साल की उम्र से ही हर महीने 10 हजार रुपये की SIP शुरू कर दे तो 60 की उम्र में करीब 5 करोड़ रुपये जुटा लेंगे. क्योंकि 25 साल के युवा को 35 साल तक निवेश का मौका मिल जाएगा, चक्रवृद्धि ब्याज की वजह से 35 साल में बड़ा फंड हासिल हो जाएगा.
35 से 50 वर्ष के लोगों के लिए ये नियम.
35 वर्ष की उम्र तक अधिकतर लोग सेटल हो चुके होते हैं. इस उम्र में लोग अपने लक्ष्य (Target) को गंभीर हो जाते हैं. घर, गाड़ी, रिटायरमेंट, बच्चों की पढ़ाई और उसकी शादी जैसी जिम्मेदारियां आ जाती हैं. ऐसे में उन्हें कम समय में ज्यादा पैसा चाहिए होता है. अगर किसी की उम्र 40 साल है तो फिर उसे अगले 20 साल में इतने पैसे चाहिए कि हर जरूरतें पूरी हो सके. ऐसे में एक ही रास्ता है मोटा निवेश. केवल 5-10 हजार रुपये महीने निवेश कर सभी गोल हासिल नहीं हो सकते. साथ ही इस उम्र में रिस्क लेने की क्षमता भी कम अमीर लोग कहाँ निवेश करते हैं? हो जाती है.
अगर कोई 40 साल की उम्र से SIP शुरू करता है फिर 60 साल की उम्र में 2 करोड़ रुपये पाने के लिए उन्हें हर महीने कम से कम 20 हजार रुपये की SIP करनी होगी. 45 साल वाले को हर महीने 40 हजार रुपये जमा करने होंगे, जो इस उम्र में थोड़ा मुश्किल हो जाता है. वहीं अगर कोई 10 साल में कोई 2 करोड़ रुपये जुटाना चाहता है तो उसके लिए उसे हर माह 90 हजार की SIP करनी होगी, जो कि हर किसी के लिए संभव नहीं है. यह आंकलन 12 फीसदी ब्याज पर आधारित है. इसलिए निवेश के लिए सही उम्र 25 से 35 साल ही है. इस उम्र में बिना बोझ छोटी राशि जमा कर आप रिटायरमेंट पर मोटी फंड जुटा सकते हैं.
निवेश के लिए केवल SIP को ही नहीं चुनें. सारा पैसा कहीं एक स्थान पर लगाने की बजाए कई अलग-अलग स्थानों पर लगाएं. पोर्टफोलियो डाइवर्सिफाइड करके जोखिम को घटा सकते हैं. कुछ लोग आज के दौर में सीधे इक्विटी मार्केट (Equity Market) में पैसे लगाते हैं, जिसमें रिटर्न की उम्मीद ज्यादा होती है. लेकिन यहां जोखिम भी अधिक रहता है.
(नोट: शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)
अमीर बनने के लिए चाहिए बस 200 रुपए, 30 साल में आपके पास होगी 4 करोड़ 21 लाख रुपए की मोटी कमाई
How To Become Crorepati: भारतीय निवेशक की पहली पसंद इक्विटी फंड में निवेश की रहती है. इस SIP ऑप्शन में मंथली बेसिस पर आपको लंबी अवधि में निवेश करना है.
How to become Crorepati: म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में भी लोगों को उम्मीद मुताबिक रिटर्न नहीं मिला है. ऐसे में कोई इंस्ट्रूमेंट है जो आपके पैसे को सेफ रख सकता है? ऐसे में कोई फंड है जिसमें आपकी कमाई तेजी से बढ़ सकती है? जी अमीर लोग कहाँ निवेश करते हैं? हां, एक तरीका है, जिससे न सिर्फ आपका पैसा बढ़ेगा, बल्कि चंद रुपए की बचत मोटे फंड में बदल जाएगी.
अक्सर निवेशक करोड़पति बनने के लिए बहुत लंबा इंतजार नहीं करना चाहते. निवेशकों को जल्दी रिटर्न चाहिए होता है. साथ ही यह भी ध्यान रखना होता है कि बचत के चक्कर में कहीं महीने का बजट का न बिगड़ जाए. यही वजह है कि आज के दौर में निवेश के लिए सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाला इंस्ट्रूमेंट म्यूचुअल फंड SIP (Systematic Investment plan) है.
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कहां करना चाहिए निवेश?
भारतीय निवेशक की पहली पसंद इक्विटी फंड में निवेश की रहती है. इस SIP ऑप्शन में मंथली बेसिस पर आपको लंबी अवधि में निवेश करना है. जैसे PPF और दूसरे डेट फंड में आप निवेश करते हैं, वैसे ही यहां पैसा लगाएं, तो रिटर्न भी ज्यादा मिलेगा. इक्विटी फंड वाली SIP में बिल्कुल PPF की तरह ही निवेश करना होता है. लेकिन, लॉन्ग टर्म में देखें तो रिटर्न कहीं ज्यादा मिलेगा.
एक्सपर्ट्स भी मानते हैं जरूरी
आनंद राठी वेल्थ मैनेजमेंट के डिप्टी CEO फिरोज अजीज के मुताबिक, SIP निवेश के बड़े फायदे हैं. म्यूचुअल फंड निवेशकों को SIP रूट के जरिए ही निवेश करना चाहिए. क्योंकि, यहां से मंथली बजट संभालने में मदद मिलती है. इसके अलावा, जो लोग अपने करियर के शुरुआती फेज में हैं. उनके पास निवेश के लिए एकमुश्त बड़ी राशि नहीं होगी, लेकिन लॉन्ग टर्म को ध्यान में रखते हुए वो बड़ा फायदा ले सकते हैं. मैच्योरिटी पर एक बड़ी राशि हासिल करने के लिए अपना लक्ष्य तैयार कर सकते हैं. ऐसे निवेशकों के लिए SIP बेहतर विकल्प है.
ऐसे कैलकुलेट करें अपना फंड
SIP कैलकुलेटर से अपने फंड को मैनेज किया जा सकता है.
कैसे और कितना करें निवेश?
इस ऑप्शन में अगर निवेशक लॉन्ग टर्म मतलब 30 साल के लिए निवेश करता है तो उसे लगभग 15 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है. अगर मान लिया जाए कोई व्यक्ति SIP में 30 साल के लिए निवेश करता है और 15 फीसदी रिटर्न मिलता है तो SIP कैलकुलेटर के मुताबिक, ऐसे निवेशक को मैच्योरिटी पर 4.21 करोड़ रुपए का अमाउंट मिलेगा. लेकिन, इसके लिए जरूरी है कि आप रोजाना 200 रुपए SIP के लिए निकाल लें और 6000 रुपए का मंथली निवेश होना चाहिए.
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