डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों की खरीद और बिक्री कैसे की जाती है?
शेयर मार्केट में निवेश शुरू करने के लिए आपको तीन अकाउंट (खातों) की जरूरत होती है. ये तीन अकाउंट हैं डीमैट अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट.
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- Updated On - July 28, 2022 / 10:41 AM IST
शेयर मार्केट में निवेश शुरू करने के लिए आपको तीन अकाउंट (खातों) की जरूरत होती है. ये तीन अकाउंट हैं डीमैट अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट. हर अकाउंट का अपना एक अलग काम होता है, लेकिन ट्रांजैक्शन (लेन-देन) को पूरा करने के लिए तीनों एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं. शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए ये तीन अकाउंट होने चाहिए.
डीमैट अकाउंट क्या है?
डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट के समान है. जैसे एक सेविंग अकाउंट (बचत खाता) पैसे को चोरी होने और किसी भी गड़बड़ी से बचाता है, वैसे ही एक डीमैट अकाउंट निवेशकों के लिए भी यही काम करता है. डीमैट अकाउंट या डीमैटरियलाइज्ड अकाउंट इलेक्ट्रॉनिक रूप में शेयरों और सिक्योरिटीज को रखने की सुविधा देता है. ये अकाउंट फिजिकल शेयरों को डीमैट रूप में स्टोर (संग्रहित) करते हैं. फिजिकल शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में परिवर्तित करने की प्रक्रिया (प्रोसेस) को डिमैटेरियलाइजेशन कहा जाता है. जब भी ट्रेडिंग की जाती है तो इन शेयरों को डीमैट अकाउंट में क्रेडिट या डेबिट किया जाता है.
डीमैट अकाउंट के प्रकार (टाइप)
डीमैट अकाउंट खोलते समय निवेशकों को अपने प्रोफाइल के मुताबिक डीमैट ऑनलाइन डीमैट खाता कैसे खोलें? अकाउंट का चुनाव काफी सावधानी से करना चाहिए. कोई भी भारतीय मिनटों में ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकता है. निवेशक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) के साथ डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं. 5पैसा https://bit.ly/3RreGqO एक ऐसा ही प्लेटफॉर्म है जहां आप आसानी से अपना डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं और ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं. डीमैट अकाउंट चार तरह के होते हैं.
1)- रेगुलर डीमैट अकाउंट
एक रेगुलर डीमैट अकाउंट भारतीय निवासी निवेशकों के लिए होता है जो केवल शेयर खरीदना और बेचना चाहते हैं और सिक्योरिटीज को जमा (डिपॉजिट) करना चाहते हैं. जब आप शेयर बेचते हैं तो शेयर अकाउंट से डेबिट हो जाते हैं. इसी तरह जब आप शेयर खरीदते हैं तो वो आपके अकाउंट में क्रेडिट हो जाते हैं. यदि आप फ्यूचर एंड ऑप्शन में ट्रेडिंग कर रहे हैं तो डीमैट अकाउंट की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि इस तरह की डील के लिए स्टोरेज की कोई जरूरत नहीं होती है.
2)- बेसिक सर्विस डीमैट अकाउंट
यह एक नए तरह का डीमैट अकाउंट है, जिसे बाजार नियामक (मार्केट रेगुलेटर) सेबी ने पेश किया है. छोटे निवेशकों को ध्यान में रखते हुए यह अकाउंट शुरू किया गया है. 50,000 रुपये से कम के स्टॉक और बॉन्ड रखने के लिए कोई मेंटेनेंस चार्ज (रखरखाव शुल्क) नहीं देना होगा. 50,000 रुपये से 2 लाख रुपये तक की सिक्योरिटी रखने पर सिर्फ 100 रुपये का चार्ज लगता है.
3)- प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता (Repatriable Demat Account)
प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता NRI (अनिवासी भारतीयों) के लिए है. इसके जरिए वे भारतीय बाजार में निवेश कर सकते हैं और विदेशों में भी पैसा भेज सकते हैं. हालांकि फंड ट्रांसफर करने के लिए डीमैट खाते को NRI (Non-Resident External) खाते से जोड़ा जाना चाहिए.
4)- गैर प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता (Non-repatriable Demat Account)
अनिवासी भारतीयों (NRI) के लिए एक गैर-प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता भी है. हालांकि इस खाते के जरिए विदेश में पैसा ट्रांसफर नहीं किया जा सकता है.
डीमैट अकाउंट के फायदे
डीमैट अकाउंट बिना किसी परेशानी के शेयरों को तेजी से ट्रांसफर करने की सुविधा देता है. शेयर या सिक्योरिटीज सर्टिफिकेट एक डीमैट अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक रूप से रखे जाते हैं. ऐसे में इनके चोरी, जालसाजी और नुकसान की संभावना बहुत कम होती है. ट्रेडिंग एक्टिविटी को आसानी से ट्रैक किया जा सकता है. डीमैट खातों को कभी भी और कहीं भी एक्सेस किया जा सकता है. बोनस स्टॉक, राइट्स इश्यू, स्प्लिट शेयर अपने आप अकाउंट में जमा हो जाते हैं.
डीमैट अकाउंट कैसे खोलें
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए डीमैट खाता खोलना अनिवार्य है. आप किसी वित्तीय संस्थान या ब्रोकर के माध्यम से डीमैट खाता (अकाउंट) खोल सकते हैं. सबसे पहले आपको इसके लिए एक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) चुनना होगा. यह एक वित्तीय संस्थान, ऑथराइज बैंक या ब्रोकर कोई भी हो सकता है. आप उनके साथ एक डीमैट खाता खोल सकते हैं. डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट को ब्रोकरेज चार्ज, सालाना चार्ज और लीवरेज के आधार पर चुना जाना चाहिए. DP सिलेक्ट करने के बाद आपको खाता खोलने का फॉर्म, KYC फॉर्म भरना होगा और फिर जमा करना होगा. इसके साथ आपको कुछ डॉक्युमेंट भी देने होंगे.
इनमें पैन कार्ड, रेजिडेंस प्रूफ, आईडी प्रूफ और पासपोर्ट साइज फोटो शामिल हैं. वेरिफिकेशन प्रोसेस (सत्यापन प्रक्रिया) के लिए ओरिजनल कॉपी (मूल प्रति) अपने पास रखें. इसके अलावा आपको बैंक डिटेल देने के लिए एक कैंसिल ऑनलाइन डीमैट खाता कैसे खोलें? चेक (रद्द चेक) जमा करना होगा. इसके बाद आपको एग्रीमेंट साइन करना होगा जिसमें रूल और रेगुलेशन के साथ-साथ आपके अधिकारों के बारे में सभी जानकारी होगी. आपको रूल और रेगुलेशन (नियमों और विनियमों) को ध्यान से पढ़ना चाहिए. आजकल कई प्लेटफॉर्म ऑनलाइन डीमैट खाता खोलने की सुविधा देते हैं. अपने डीमैट की सरल प्रक्रिया को पूरा करने के बाद आप अपना डीमैट खाता खोल सकते हैं.
कैसे खोलें ऑनलाइन डीमैट और ट्रेडिंग खाता, जानें इस रिपोर्ट में
यदि आप सोच रहे हैं कि ऐसा कैसे करें, लेकिन अपने पैसे की सुरक्षा और डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया के बारे में सुनिश्चित नहीं हैं, तो यहां वरिष्ठ नागरिकों की मदद करने के लिए वरिष्ठ नागरिकों को डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया को नेविगेट करने के लिए डिज़ाइन किया गया एक सरल विवरण दिया जा रहा है।
पात्रता
18 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति डिमैट और ट्रेडिंग खाता डिजिटल रूप से खोल सकता है। उसी के लिए अनिवार्य दस्तावेज पैन, बैंक खाता, पहचान और पते के प्रमाण हैं।
आवश्यक दस्तावेज:
केवाईसी
रद्द किए गए चेक, बैंक स्टेटमेंट, इनकम प्रूफ, सिग्नेचर कॉपी और पैन कार्ड कॉपी सहित वित्तीय दस्तावेज
मिनटों में ऑनलाइन डीमैट खाता कैसे खोलें:
चरण 1: एक डिपॉजिटरी प्रतिभागी चुनें
आपको जो पहली चीज करनी है, वह डिपॉजिटरी प्रतिभागी चुनें। यह एक अधिकृत बैंक, एक वित्तीय संस्थान या एक दलाल हो सकता है जिसके साथ आप अपना डीमैट खाता खोलना चाहते हैं।
चरण 2: डीमैट खाता खोलना
चुने हुए डिपॉजिटरी प्रतिभागी की वेबसाइट पर जाएं और ओपन डीमैट अकाउंट टैब पर क्लिक करें। अपना मूल विवरण जैसे नाम, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी भरें। कुछ ब्रोकर आधार का उपयोग करके डीमैट खाते खोलने की अनुमति भी देते हैं।
चरण 3: खाता खोलने की फीस का भुगतान करें
नेट बैंकिंग या क्रेडिट कार्ड के माध्यम से अपने ब्रोकर को खाता खोलने के शुल्क का भुगतान करें।
रखरखाव शुल्क पर फिर से देखें
डीमैट खाता खोलना एक छोटी सुविधा शुल्क के साथ आता है। अपने डीमैट खाते के साथ आरंभ करने से पहले, इससे जुड़े आरोपों के लिए दस्तावेज़ को ध्यान से पढ़ें, जैसे डीमैट खाता खोलना, रखरखाव, लेन-देन, और संरक्षक शुल्क। ये शुल्क हर वित्तीय भागीदार के लिए अलग-अलग होते हैं।
प्रोफेशनल की मदद लें
जैसे ही आप अपनी वित्तीय यात्रा शुरू करते हैं, निवेश के साधनों पर निष्पक्ष दृष्टिकोण रखना महत्वपूर्ण है जो आपके पक्ष में काम करता है। यहां, प्रमाणित पेशेवर एक उद्देश्यपूर्ण वित्तीय योजना तैयार करने में आपकी सहायता कर सकते हैं, क्योंकि वे 200 से अधिक शाखाओं में पांच करोड़ से अधिक ग्राहकों को किक-स्टार्ट करने और उनकी वित्तीय यात्रा को बनाए रखने में सहायता कर रहे हैं।
डिपॉजिटरी एक बैंक की तरह है, जहाँ प्रतिभूतियों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखा जाता है। भारत में दो डिपॉजिटरी हैं- नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (CDSL)। डिपॉजिटरी एक्ट के तहत, निवेशक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स (डीपी) के माध्यम से इन डिपॉजिटरीज की सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं।
ध्यान दें कि खाता खोलते समय एक नॉमिनी जोड़ना महत्वपूर्ण है। एक बार जब आपका खाता खोलने का आवेदन हो जाता है, तो आपको एक डीमैट खाता संख्या और एक ग्राहक आईडी मिलेगी।
डिपॉजिटरी प्रतिभागी आपको एक लाभार्थी स्वामी पहचान संख्या प्रदान करेगा जो आपके भविष्य के सभी लेनदेन के लिए आवश्यक होगी। आप अपने प्रदाता से एक या दो सप्ताह में एक स्वागत किट प्राप्त करेंगे।
HDFC Demat Account: क्या आप HDFC में खोलना चाहते हैं डीमैट अकाउंट, फॉलो करें ये आसान स्टेप्स
Demat Account Online in HDFC: एचडीएफसी बैंक में अकाउंट खुलवाना बेहद आसान है, अगर आप चाहे तो ऑनलाइन अकाउंट खुलवा सकते हैं। वहीं ऑनलाइन इन स्टेप्स की मदद से आसानी एचडीएफसी डिमेट अकाउंट भी खोल सकते हैं।
- ऑनलाइन आप आसानी से एचडीएफसी बैंक में अकाउंट खोल सकते हैं।
- एचडीएफसी में डीमैट अकाउंट खोलने के लिए ये तरीके अपना सकते हैं।
- डीमैट अकाउंट में म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, शेयर आदि निवेश हो सकते हैं।
एचडीएफसी बैंक ग्राहकों को डीमैट अकाउंट सेवाएं प्रदान करता है। बता दें कि डीमैट अकाउंट एक सुरक्षित, ऑनलाइन और निर्बाध मोड है जो आपके निवेशों को स्टोर और सुरक्षित रखता है। आपके डीमैट अकाउंट में जीरो शेयर भी हो सकते हैं क्योंकि इसमें कई शेयरों पर इसकी कोई न्यूनतम आवश्यकता नहीं है। यह आपके निवेश को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में स्टोर करता है। डीमैट अकाउंट में म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, शेयर आदि निवेश हो सकते हैं।
एचडीएफसी डीमैट अकाउंट व्यापारियों के लिए बेहतर है और साथ ही इससे बहुत सारे लाभ मिलते हैं। बता दें कि शेयर बाजार में ट्रेडिंग और निवेश करना चाहते हैं तो कोई उम्र के होने के बावजूद आप एचडीएफसी डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं। इसके लिए सिर्फ पैन कार्ड डिटेल, पहचान और पते का प्रमाण भरना होगा, इसके अलावा आपको केवाईसी फॉर्म भी भरना होगा। नाबालिग और वयस्क दोनों ही स्टॉक में निवेश कर सकते हैं। नाबालिग अपने माता-पिता के नाम से डीमैट अकाउंट खुलवा सकता है। वहीं जब तक नाबालिग 18 साल से ऊपर का नहीं हो जाता तब तक उसके माता-पिता अकाउंट के प्रभारी होंगे।
आप नेट बैंकिंग के माध्यम से या फिर ब्रांच अकाउंट में जाकर एचडीएफसी डीमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं। एचडीएफसी के ग्राहक नहीं होने पर आप बैंक के ब्रांच में जा सकते हैं और चेक बुक के साथ ऑरिजनल डॉक्यूमेंट को जमा कर सकते हैं। इस दौरान आपको बैंक में अकाउंट खोलने और केवाईसी फॉर्म भरने की भी आवश्यकता होती है। वहीं इन तरीकों के जरिए आप ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं।
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इन स्टेप्स के जरिए खोलें ऑनलाइन एचडीएफसी डीमैट अकाउंट
- सबसे पहले अपने क्रेडेंशियल के साथ एचडीएफसी नेट बैंकिंग में लॉगिन करें। अब ओपन डीमैट अकाउंट ऑप्शन पर क्लिक करें।
- 'ऑनलाइन आवेदन करें' ऑप्शन पर क्लिक करें, जिसके बाद फॉर्म स्क्रीन पर आ जाएगा।
- फॉर्म में जरूरी डिटेल भरें। इसके बाद ऑथोराइज्ड एचडीएफसी सिक्योरिटी रिप्रेजेंट को आपको कॉल करने के लिए चेकबॉक्स पर क्लिक करें।
- इसके बाद आपको सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा।
- सबमिट करने के बाद, आपको एक मैसेज प्राप्त होगा। इसके साथ ही आपके दिए डिटेल को चेक करने के लिए सिक्योरिटी रिप्रेजेंट की तरफ से कॉल आएगा।
- डॉक्यूमेंट वेरिफाई करने के बाद, आपको अपने पहचान प्रमाण, निवास प्रमाण के साथ एक ईमेल भेजना होगा।
- अकाउंट खुलने के बाद आपके रजिस्टर मोबाइल नंबर पर मैसेज आ जाएगा।
Times Now Navbharat पर पढ़ें Business News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।
HDFC Demat Account: क्या आप HDFC में खोलना चाहते हैं डीमैट अकाउंट, फॉलो करें ये आसान स्टेप्स
Demat Account Online in HDFC: एचडीएफसी बैंक में अकाउंट खुलवाना बेहद आसान है, अगर आप चाहे तो ऑनलाइन अकाउंट खुलवा सकते हैं। वहीं ऑनलाइन इन स्टेप्स की मदद से आसानी एचडीएफसी डिमेट अकाउंट भी खोल सकते हैं।
- ऑनलाइन आप आसानी से एचडीएफसी बैंक में अकाउंट खोल सकते हैं।
- एचडीएफसी में डीमैट अकाउंट खोलने के लिए ये तरीके अपना सकते हैं।
- डीमैट अकाउंट में म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, शेयर आदि निवेश हो सकते हैं।
एचडीएफसी बैंक ग्राहकों को डीमैट अकाउंट सेवाएं प्रदान करता है। बता दें कि डीमैट अकाउंट एक सुरक्षित, ऑनलाइन और निर्बाध मोड है जो आपके निवेशों को स्टोर और सुरक्षित रखता है। आपके डीमैट अकाउंट में जीरो शेयर भी हो सकते हैं क्योंकि इसमें कई शेयरों पर इसकी कोई न्यूनतम आवश्यकता नहीं है। यह आपके निवेश को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में स्टोर करता है। डीमैट अकाउंट में म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, शेयर आदि निवेश हो सकते हैं।
एचडीएफसी डीमैट अकाउंट व्यापारियों के लिए बेहतर है और साथ ही इससे बहुत सारे लाभ मिलते हैं। बता दें कि शेयर बाजार में ट्रेडिंग और निवेश करना चाहते हैं तो कोई उम्र के होने के बावजूद आप एचडीएफसी डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं। इसके लिए सिर्फ पैन कार्ड डिटेल, पहचान और पते का प्रमाण भरना होगा, इसके अलावा आपको केवाईसी फॉर्म भी भरना होगा। नाबालिग और वयस्क दोनों ही स्टॉक में निवेश कर सकते हैं। नाबालिग अपने माता-पिता के नाम से डीमैट अकाउंट खुलवा सकता है। वहीं जब तक नाबालिग 18 साल से ऊपर का नहीं हो जाता तब तक उसके माता-पिता अकाउंट के प्रभारी होंगे।
आप नेट बैंकिंग के माध्यम से या फिर ब्रांच अकाउंट में जाकर एचडीएफसी डीमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं। एचडीएफसी के ग्राहक नहीं होने पर आप बैंक के ब्रांच में जा सकते हैं और चेक बुक के साथ ऑरिजनल डॉक्यूमेंट को जमा कर सकते हैं। इस दौरान आपको बैंक में अकाउंट खोलने और केवाईसी फॉर्म भरने की भी आवश्यकता होती है। वहीं इन तरीकों के जरिए आप ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं।
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इन स्टेप्स के जरिए खोलें ऑनलाइन एचडीएफसी डीमैट अकाउंट
- सबसे पहले अपने क्रेडेंशियल के साथ एचडीएफसी नेट बैंकिंग में लॉगिन करें। अब ओपन डीमैट अकाउंट ऑप्शन पर क्लिक करें।
- 'ऑनलाइन आवेदन करें' ऑप्शन पर क्लिक करें, जिसके बाद फॉर्म स्क्रीन पर आ जाएगा।
- फॉर्म में जरूरी डिटेल भरें। इसके बाद ऑथोराइज्ड एचडीएफसी सिक्योरिटी रिप्रेजेंट को आपको कॉल करने के लिए चेकबॉक्स पर क्लिक करें।
- इसके बाद आपको सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा।
- सबमिट करने के बाद, आपको एक मैसेज प्राप्त होगा। इसके साथ ही आपके दिए डिटेल को चेक करने के लिए सिक्योरिटी रिप्रेजेंट की तरफ से कॉल आएगा।
- डॉक्यूमेंट वेरिफाई करने के बाद, आपको अपने पहचान प्रमाण, निवास प्रमाण के साथ एक ईमेल भेजना होगा।
- अकाउंट खुलने के बाद आपके रजिस्टर मोबाइल नंबर पर मैसेज आ जाएगा।
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DEMAT अकाउंट कहाँ और कैसे खोले
अगर आपने ध्यान दिया होगा, तो आपको पता होगा कि, PAN CARD भी इन्ही दोनों संस्थाओ में प्रमुख रूप से NSDL द्वारा बनाया गया होता है, और हो सकता है आपने पैन कार्ड के सम्बन्ध में NSDL का नाम पहले जरुर सुना होगा,
खैर बता दे कि जिस तरह PAN CARD बनाने के लिए आप किसी एजेंट की मदद से ऑनलाइन एप्लीकेशन देते है, और कुछ दिनों में आपका पैन कार्ड बन जाता है,
वैसे ही आपको DEMAT अकाउंट खोलने के लिए आपको डायरेक्टली NSDL और CDSL के पास जाने की जरुरत नहीं , और आप DEMAT अकाउंट खोलने का एप्लीकेशन किसी भी प्रमुख बैंक और स्टॉक ब्रोकर के पास कर सकते है,
और अगर बात की जाये स्टॉक ब्रोकर की तो सभी प्रमुख स्टॉक ब्रोकर आपको TRADING ACCOUNT के साथ साथ DEMAT ACCOUNT खोलने की भी सुविधा देते है,
DEMAT अकाउंट खोलने के लिए आपको अलग से कुछ करने की जरुरत नहीं होती, बस आपको एक ऐसे स्टॉक ब्रोकर या बैंक के पास जाकर एप्लीकेशन देना है, जो DEMAT अकाउंट खोलने की सुविधा देता है,
कुछ प्रमुख बैंक और स्टॉक ब्रोकर की लिस्ट जो DEMAT और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने की सुविधा साथ साथ देते है –
DEMAT ACCOUNT OPEN करने के लिए बैंक की लिस्ट
और प्रमुख स्टॉक ब्रोकर जहा DEMAT अकाउंट खोले जा सके है,
ये लिस्ट बहुत छोटी है , क्योकि आज कल सभी बैंक DEMAT और TRADING अकाउंट खोलने की सुविधा दे रहे है,
आप अपनी सुविधानुसार अपने नजदीकी बैंक या स्टॉक ब्रोकर के पास जाकर इसके बारे में पता कर सकते है,
यहाँ तक आप समझ गए होंगे कि DEMAT अकाउंट खोलने के लिए आपको ऐसे बैंक या फिर ऐसे स्टॉक ब्रोकर के पास जाना है, जो DEMATअकाउंट खोलने की सुविधा देता है,
और वहा आपको अकाउंट ओपन करने का एप्लीकेशन और एप्लीकेशन करने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट देने है,
अब आइये बात करते है –
DEMAT ACCOUNT खोलने के लिए आवश्यक DOCUMENTS
आपने अपना बैंक अकाउंट खोलने के लिए बैंक अकाउंट ओपनिंग फॉर्म के साथ साथ जो भी डॉक्यूमेंट बैंक को दिया होगा, वही डॉक्यूमेंट आपको DEMAT अकाउंट के लिए भी देना होता है,
DEMAT अकाउंट ओपन करने के लिए डॉक्यूमेंट की लिस्ट
पैन कार्ड और अब आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है,
इसके साथ साथ आप अपने Address को कन्फर्म करने लिए आप अन्य डाक्यूमेंट्स भी दे सकते है –
- एम्प्लोयी आईडी
- ड्राइविंग लाइसेंस
- वोटर आईडी
- इलेक्ट्रिसिटी बिल/ लैंडलाइन बिल
- पासपोर्ट
- राशन कार्ड
- आईटी रिटर्न्स
- बैंक स्टेटमेंट
इस तरह आपको सभी डॉक्यूमेंट देने की जरुरत नहीं है, Demat अकाउंट के लिए आपसे पैन कार्ड और आधार कार्ड अनिवार्य रूप से माँगा जायेगा, और साथ में अगर जरुरत पड़ती तो आपको अन्य डाक्यूमेंट्स में से कुछ देने होंगे, सभी नहीं.
Demat अकाउंट ऑनलाइन डीमैट खाता कैसे खोलें? खोलने की फीस
Demat खोलने की कुछ फ़ीस होती है, जो अलग अलग बैंक्स और स्टॉक ब्रोकर के द्वारा अलग अलग अमाउंट के रूप में फ़ीस चार्ज किया जाता है, और साथ ही साथ Demat Account खोलने के बाद उसका Annual Maintatnce Charge भी होता है, जो आपको demat अकाउंट की सेवा के बदले हर साल एक फ़ीस के तौर पे देना होता है,
जब भी आप Demat account खोलने के लिए किसी बैंक के पास या स्टॉक ब्रोकर के पास जाते है, तो वहा आप फ़ीस के बारे में जरुर पता करे ताकि आपको बेवजह एक्स्ट्रा चार्ज न देना पड़े.
Demat Account Nomination
जब भी आप Demat Account ओपन करने जाते है, तो आपको एप्लीकेशन फॉर्म पे Nominee का नाम डालना होता है, Nominee व्यक्ति का नाम इसलिए डालना जरुरी होता है, किसी भी दुर्घटना की स्थिती में Demat account में जमा शेयर्स को नॉमिनी का ट्रान्सफर किया जा सके.
अगर आपने अकाउंट ओपन कर लिया है, और नॉमिनी का नाम नहीं डाला है, तो आप अपने बैंक या स्टॉक ब्रोकर जहा पर आपका अकाउंट है, उनसे कांटेक्ट करके नॉमिनी का फॉर्म जरुर भर ले, ये फ्यूचर में होने वाली किसी भी दुर्घटना की स्थिति में बहुत लाभकारी होगा.
अगर पोस्ट अच्छा लगा तो नीचे अपना कमेंट या सवाल जरुर लिखे,
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