Budget से अब तक Sensex-Nifty ने लगाई 10 % की छलांग, निवेशकों का अब क्या हो निवेश रणनीति
2021 का ब्लॉक बस्टर बजट इकोनॉमी और निवेशकों के लिए खुशियों का संदेश लेकर आया है।
2021 का ब्लॉक बस्टर बजट न केवल इकोनॉमी के लिए बल्की निवेशकों और शेयर बाजार के लिए भी खुशियों का संदेश लेकर आया है। BSE लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप के लिहाज से देखें तो निवेश की पूंजी में 29 जनवरी से अबतक 11 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की बढ़त देखने को मिली है।
बजट के बाद से सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में 10 फीसदी से ज्यादा की बढ़त देखने को मिली है। निफ्टी ने 8 फरवरी 2021 को 15153 को अपना लाइफ टाइम हाई बनाया। वहीं सेंसेक्स ने भी इसी दिन 51,514 का लाइफ टाइम हाई छुआ। कोरोना महामारी के कारण बाजार में आई भारी गिरावट के बाद मार्च के लो से बाजार में जोरदार रिकवरी आई है। यहां तक कि इस रिकवरी में निवेशकों को गिरावट में खरीद का मौका भी नहीं दिया।
दिग्गजों की राय है कि निवेशकों को अब कुछ मुनाफा वसूल कर लेना चाहिए। इनका यह भी कहना है कि बाजार की हालिया रैली फरवरी सीरीज में 15,500 का स्तर छू सकती है और 2021 में निफ्टी 50 में 16,00 का स्तर देखने को मिल सकता है। कैपिटल वाया ग्लोबल रिसर्च के आशीष बिश्वास ने मनी कंट्रोल से बात करते हुए कहा कि हालांकि बाजार काफी भाग चुका है। लेकिन फंडामेंटल नजरिए से देखें तो हमें नहीं लगता कि यह ओवर वैल्यूड है। हमारा विश्वास है कि बाजार भावनाएं उम्मीद के शिखर पर हैं और आगे इसमें थोड़ा ही ऊपर-नीचे हो सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि निवेशक वर्तमान स्तर पर अपनी होल्डिंग का 30-40 फीसदी हिस्सा बेच लें और बाजार में फिर से प्रवेश के लिए अपने वर्तमान पोर्टफोलियों में और शेयर जोड़ने के लिए 6 से 10 फीसदी के करेंक्शन का इंतजार करें।
बजट 2021 में इकोनॉमी के अधिकांश सेक्टरों में काफी आकर्षक बना दिया है। अब निवेशकों का फोकस इकोनॉमी से जुड़े सेक्टरों और खपत वाले शेयरों पर होना चाहिए। निवेशक अब उन शेयरो से बचने की कोशिश करेंगे जो पहले से ही काफी बढ़त दिखा चुके हैं। ऐसे में अब छोटे और मझोले शेयरों पर फोकस रहेगा। Axis Securities के नवीन कुलकर्णी ने मनीकंट्रोल से बात करते हुए कहा है कि हमारा मानना है कि 2021 के लिए वैल्यू और ग्रोथ निवेश के लिए टॉप थीम रहेंगे। इकोनॉमी में सुधार के साथ ही वैल्यू स्टॉक में वित्तीय मानकों पर जोरदार बढ़त देखने को मिलेगी।
बाजार दिग्गजों का राय है कि निवेशक बाजार की इस रैली का उपयोग अपने पोर्टफोलियो के रिस्ट्रक्चरिंग के लिए करें नए निवेशकों के लिए तीन रणनीतियों और ऐसे शेयरों ले निकल जाएं जिनकी बैलेंसशीट कमजोर हैं या जिनके साथ कोई कॉर्पोरेट गवर्नेंस इश्यू है।
Samco Securities की निराली शाह का कहना है कि बजट इकोनॉमी के लिए अच्छा है जिससे बाजार में भी जोश भर गया। इसका असर हमें बाजार सूचकांकों पर भी देखने को मिला जो ब्यापक उम्मीदों के चलते नए हाई पर पहुंच गए।
बाजार में आगे भी मोमेंटम बना रहेगा। लेकिन हालिया रैली में जोर से भागे कुछ शेयरों में ठंडापन आ सकता है और इनमें शॉर्ट टर्म में मुनाफा वसूली देखने को मिल सकती है।
मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
सेबी के स्कोर्स मंच ने नवंबर में 3,010 शिकायतों का निपटान किया
नयी दिल्ली, नौ दिसंबर (भाषा) भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की शिकायत निपटान प्रणाली स्कोर्स ने नवंबर में कंपनियों और अन्य बाजार मध्यवर्तियों के खिलाफ 3,010 शिकायतों का निपटारा किया। सेबी की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
सेबी ने स्कोर्स प्रणाली को जून, 2011 में शुरू किया था।
आंकड़ों के अनुसार, नवंबर माह की शुरुआत में 2,972 शिकायतें लंबित थीं। इस दौरान 2,886 नई शिकायतें मिलीं।
ये शिकायतें रिफंड, आवंटन, विमोचन और ब्याज से संबंधित थीं। नियामक ने कहा कि नवंबर, 2022 तक 11 ऐसी शिकायतें थीं, जो तीन माह से अधिक से लंबित थीं। ये शिकायतें शोध विश्लेषक, निवेश सलाहकार, गैर-डीमैट, रीमैट और शेयर बाजारों से संबंधित हैं।
Stocks to Buy News: शेयर बाजार से कमा सकते हैं मोटी रकम, इन Shares पर रखें नजर, मिल सकता है तगड़ा रिटर्न
Stocks to Buy News: विदेशी निवेशकों (foreign investors) की खरीदारी, अच्छे ग्लोबल संकेतों, कमोडिटीज और कच्चे तेल की कीमतों जैसे सकारात्मक संकेतों से पिछले कुछ कारोबारी सत्रों में निफ्टी और सेंसेक्स (Nifty and Sensex) रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए. शुक्रवार को मुनाफावसूली के चलते घरेलू शेयर बाजार में नए निवेशकों के लिए तीन रणनीतियों लगातार 8 दिनों से चली आ रही तेजी थम गई.
हालांकि, ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली को दिसंबर 2023 तक सेंसेक्स के 80,000 तक पहुंचने की उम्मीद है. वहीं, ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस गोल्डमैन सैक्स ने कहा कि 2023 के अंत तक निफ्टी 20500 तक पहुंच सकता है.
अगर आप बाजार में कमाई की बेहतर रणनीति बना रहे हैं तो आप ब्रोकरेज हाउस एडीएफसी सिक्योरिटीज द्वारा सुझाए गए 3 शेयरों पर दांव लगा सकते हैं. इनमें 3 तिमाहियों में 20 फीसदी तक का रिटर्न मिल सकता है.
Surya Roshni
ब्रोकिंग फर्म एचडीएफसी सिक्योरिटीज का कहना है कि सूर्या रोशनी भारत में जीआई पाइप की सबसे बड़ी निर्माता और ईआरडब्ल्यू पाइप की सबसे बड़ी निर्यातक होने के नाते उद्योग में मार्केट लीडर है. भारत में SRL दूसरी सबसे बड़ी लाइटिंग कंपनी (lighting company in India) के रूप में उभरी है. प्रति शेयर लक्ष्य 572 रुपए रखा गया है. मौजूदा भाव पर शेयर अगली तीन तिमाहियों में 19 फीसदी तक का रिटर्न दे सकता है.
Devyani International
एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने देवयानी इंटरनेशनल लिमिटेड पर खरीदारी की रेटिंग दी है. उन्होंने शेयर का टार्गेट प्राइस 220 रुपए रखा है. उनके मुताबिक यह मौजूदा भाव से 17 फीसदी तक बढ़ सकता है. कंपनी 30 सितंबर 2022 तक 1096 स्टोर ऑपरेट कर रही है.
Lumax Auto Technologies
एचडीएफसी सिक्योरिटीज ऑटो एंसिलरी लुमैक्स ऑटो टेक्नोलॉजीज (Auto Ancillaries Lumax Auto Technologies) भारत में सबसे बड़े ऑटोमोबाइल सहायक निर्माताओं में से एक है, जिसके पास उत्पादों और मार्की क्लाइंट बेस का एक विविध पोर्टफोलियो है. इसने अपने पोर्टफोलियो (portfolio) में नए मॉडल जोड़े हैं. कंपनी इलेक्ट्रिक व्हीकल (needs of Electric Vehicle) (EV) की जरूरतों पर भी फोकस कर रही है.
ब्रोकरेज ने ल्यूमैक्स ऑटो टेक्नोलॉजीज (Lumax Auto Technologies) पर खरीदारी की सिफारिश की है. उन्होंने 312 रुपए प्रति शेयर का लक्ष्य रखा है. अगली 3 तिमाहियों में शेयर को मौजूदा भाव से 18 फीसदी तक का रिटर्न मिल सकता है.
निकट भविष्य में इस कंपनी का शेयर बदल सकता है आपकी किस्मत
अगर आप शेयर बाजार में बंपर रिटर्न पाने की इच्छा रख रहे हैं तो यह खबर आपको जरूर पढ़नी चाहिए. आमतौर पर निवेशकों का मानना होता है कि शेयर बाजार में पैसा बनाने के लिए नामी गिरामी कंपनी में निवेश करना चाहिए. दरअसल, उनका मानना होता है कि इन कंपनियों में निवेश करने से पैसा भी सुरक्षित रहता है और रिटर्न भी अच्छा मिलता है, जबकि बाजार में कई ऐसी छोटी कंपनियां मौजूद हैं जिनके फंडामेंटल काफी मजबूत हैं और अगर उसमें सही रणनीति बनाकर निवेश किया जाए लंबी अवधि में मोटा मुनाफा कमाया जा सकता है. ऐसे में अगर आप किसी ऐसी ही कंपनी के शेयर (Share Market Update) की तलाश कर रहे हैं तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी निकलकर सामने आ रही है.
आरपीपी इंफ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के शेयर में निवेश से मिल सकता है बंपर रिटर्न
शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की कंपनी आरपीपी इंफ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (RPP Infra Projects Limited) पर निवेशकों को नजर रखने की जरूरत है. उनका कहना है कि निकट भविष्य में इस कंपनी के शेयरों में निवेश करने से बंपर रिटर्न मिलने की संभावना है. जानकार कहते हैं कि कंपनी के पास 6 साल तक प्रोजेक्ट को लेकर बिल्कुल भी चिंता नहीं है. कंपनी के पास मौजूदा ऑर्डरबुक की वजह से निवेशकों को शॉर्ट टर्म, मिड टर्म और लॉन्ग टर्म के निवेशकों के लिए इस कंपनी का शेयर दमदार साबित हो सकता है.
जानकारों का कहना है कि आरपीपी इंफ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने अब तक 150 के आस-पास प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया है और इसके पास समय से पहले प्रोजेक्ट को पूरा करने का रिकॉर्ड है. बता दें कि पिछले साल कंपनी का कुल राजस्व 13 करोड़ रुपये था. मौजूदा समय में कंपनी के पास 3,200 करोड़ रुपये का ऑर्डरबुक है. जानकारों का कहना है कि मार्केट कैप की तुलना में कंपनी का ऑर्डरबुक 17 गुना है. यही नहीं इस कंपनी में FII और DII का निवेश लगातार बढ़ रहा है. जानकारों का कहना है कि मीडियम टर्म में शेयर का दाम 120 रुपये से 150 रुपये तक जा सकता है.
बीमजूमदारडॉटकॉम के फाउंडर बिटुपन मजूमदार के मुताबिक पिछली तीन तिमाही में कंपनी की कमाई और प्रॉफिट मार्जिन में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. कंपनी ने अपने ऊपर चढ़े कर्ज को भी कम किया है. इसके अलावा गिरवी रखें शेयरों को भी हाल ही में कम किया है. उनका कहना है कि मीडियम टर्म में कंपनी का शेयर 110 रुपये-120 रुपये के लक्ष्य को हासिल कर सकता है
(Disclaimer: निवेशक निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें. न्यूजनेशनटीवीडॉटकॉम की खबर को आधार मानकर निवेश करने पर हुए लाभ-हानि का newsnationtv.com से कोई लेना-देना नहीं होगा. निवेशक स्वयं के विवेक के आधार पर निवेश के फैसले लें)
बीजेपी के लिए गठबंधन का गढ़ भेदना होगा और मुश्किल, सपा को भी बड़ी सीख; पढ़ें उपचुनाव के नतीजों का एनालिसिस
मैनपुरी और खतौली में करारी हार के बीच रामपुर से BJP के लिए राहत भरे नतीजे भले ही आए हैं लेकिन ये नतीजे मिशन-2024 के लिए सत्तारूढ़ भाजपा के लिए नई चुनौतियों का संकेत और सपा को भी यह सीख देने वाले हैं।
UP By-Election 2022: मैनपुरी लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी द्वारा स्व. मुलायम सिंह यादव की विरासत बरकरार रखने, खतौली में भाजपा की करारी हार के बीच रामपुर से उसके लिए राहत भरे नतीजे भले ही आए हैं लेकिन इन नतीजों ने पक्ष और विपक्ष को मिशन-2024 के लिए रणनीति में बदलाव के संदेश दिए हैं। नतीजे मिशन-2024 के लिए सत्तारूढ़ भाजपा के लिए नई चुनौतियों का संकेत देने वाले हैं। सपा को भी यह सीख देने वाले हैं कि सफलता के लिए अपने घर परिवार को सहेजे रखना होगा। भाजपा को शीर्ष पर बने रहने के लिए सियासी समीकरणों को बेहतर करते हुए जनकल्याण की योजनाओं से खासकर ओबीसी, दलित और मध्यम वर्ग को जोड़े रखना होगा।
मैनपुरी लोकसभा चुनाव में भाजपा ने मुलायम सिंह यादव के गढ़ को भेदने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी लेकिन मुलायम की बहू डिंपल की नए निवेशकों के लिए तीन रणनीतियों जीत ने साफ कर दिया है कि यह सपा का गढ़ है और उसे भेद पाना भविष्य में भी आसान नहीं होगा। दरअसल, यहां से सपा वर्ष 1996 से लगातार जीतती आ रही है और यहां मतदाताओं का गणित समाजवादी पार्टी के लिए सबसे मुफीद रहता है। भाजपा ने भले ही शाक्य प्रत्याशी को उतार कर गैर-यादव ओबीसी को एक करने का प्रयास किया लेकिन यादव परिवार की एकता के आगे कोई रणनीति काम नहीं आई। नतीजों से साफ है कि ऐसे में तब जबकि शिवपाल की सपा में वापसी हो चुकी है, मैनपुरी या यूं कहें इटावा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, कन्नौज के इलाके के साथ सपा अपने गढ़ों में गहराई से जमी रहेगी, उसे चुनौती देने के लिए भाजपा को नई पैंतरेबाजी दिखानी होगी। सपा के लिए नतीजों ने एकजुट होकर संघर्ष बरकरार रखने का सबक दिया है, ताकि नतीजे उसके मुताबिक हो सकें।
पश्चिम में गठबंधन भाजपा के लिए नई चुनौती
पश्चिमी यूपी में पहले से ही चुनौती बना रालोद-सपा गठजोड़ अब मिशन-2024 में भाजपा के लिए नई चुनौतियां पेश करे तो हैरत नहीं। दरअसल, खतौली में भाजपा और सपा ने पिछली बार सैनी समाज से ही प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। सपा ने राजपाल सिंह सैनी को मैदान में उतारा था और भाजपा के विक्रम सिंह सैनी मैदान में थे। विक्रम करीब 16 हजार वोटों से जीते थे लेकिन इस बार सपा-रालोद गठबंधन से मैदान में उतरे मदन भैया गुर्जर समाज से ताल्लुक रखते हैं। ऐसे में मदन भैया के कद्दावर प्रत्याशी होने का लाभ भी सपा को मिला। इसके विपरीत राजकुमारी निहायत ही घरेलू महिला थीं। उनके पति विक्रम सजा होने के कारण मैदान में नहीं उतर सके थे। भाजपा की यह रणनीति कि विक्रम की सहानुभूति राजकुमारी को मिलेगी, मतदाताओं को रास नहीं आई। पार्टी को गुर्जरों के साथ ही जाट समाज का भी वाजिब वोट नहीं मिल सका। पार्टी को 22 हजार मतों से हार मिलना भी प्रत्याशी चयन पर सवाल खड़े कर रहा है।
रामपुर में नए सिरे से अपनानी होगी रणनीति
रामपुर में जीत पार्टी से ज्यादा आजम खां के कारनामों की पोल खोल रहे आकाश सक्सेना के व्यक्तिगत संघर्ष का परिणाम है। आकाश आजम खां के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमों से लेकर सदस्यता खत्म होने तक के प्रकरण के केंद्र में रहे।
आकाश को वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में 34.62 फीसदी वोट मिले थे और इस बार कुल मत प्रतिशत ही 34 से थोड़ा ज्यादा था। आकाश को कांग्रेस के नवाब काज़िम अली खां द्वारा अंतिम समय में समर्थन करने का लाभ मिला। परिणाम से साफ है कि मिशन-2024 में रामपुर लोकसभा सीट पर पार्टी को प्रत्याशी चयन के साथ ही संगठन की रणनीति पर नए सिरे से सोचना पड़ेगा।
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