फोरेक्स सिरप

फोरेक्स सिरप एक कॉम्बिनेशन दवा है जिसका इस्तेमाल सूखी खांसी के इलाज के लिए किया जाता है. यह छींकने, नाक बहने, आंखों में पानी निकलने और गले की जलन जैसे एलर्जी के लक्षणों से राहत दिलाता है. यह बंद नाक या जकड़न से भी राहत दिलाता है.

फोरेक्स सिरप को डॉक्टर द्वारा सलाह दी गई खुराक और अवधि के अनुसार भोजन के साथ या बिना भोजन के लिया जाता है. डोज़ आपकी कंडीशन और दवा के प्रति आपके रिसपॉन्स पर निर्भर करेगी. डॉक्टर द्वारा निर्धारित अवधि तक इस दवा का सेवन जारी रखें. अगर आप इलाज को जल्दी रोकते हैं तो आपके लक्षण वापस आ सकते हैं और आपकी स्थिति और भी खराब हो सकती है. अपनी हेल्थकेयर टीम को अन्य सभी दवाओं के बारे में बताएं जो आप ले रहे हैं क्योंकि वह दवाएं इस दवा को प्रभावित या इससे प्रभावित हो सकती हैं.

सबसे सामान्य साइड इफेक्ट मिचली, उल्टी, भूख कम लगना और सिरदर्द आदि हैं.. इनमें से अधिकांश अस्थायी होते हैं और आमतौर पर समय के साथ सही हो जाते हैं. अगर आप इनमें से किसी भी साइड इफेक्ट को लेकर चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर से बात करें. इस दवा से नींद आ सकती है, इसलिए जब तक आप यह ना जान लें कि यह दवा आपको कैसे प्रभावित करती है तब तक ड्राइव या ऐसा कोई काम न करें जिसके लिए मानसिक फोकस की जरुरत होती है. यह दवा लेने के दौरान शराब पीने से बचें क्योंकि इससे आपको अधिक नींद आ सकती है.

सेल्फ-मेडिकेशन का समर्थन न करें या किसी दूसरे व्यक्ति को अपनी दवा का सुझाव न दें. यह दवा लेते समय बहुत सारे फ्लुइड्ज़ लेना फायदेमंद है. इस दवा को लेने से पहले, अगर आप गर्भवती हैं, गर्भवती होने की योजना बना रहें हैं या स्तनपान करा रहें हैं तो आपको अपने डॉक्टर को बताना चाहिए. अगर आपको किडनी से जुड़ी कोई बीमारी है तो भी आपको अपने डॉक्टर को बताना चाहिए ताकि डॉक्टर आपके लिए उपयुक्त खुराक पर्ची पर लिख सके.

फोरेक्स सिरप के मुख्य इस्तेमाल

फोरेक्स सिरप के लाभ

सूखी खांसी के इलाज में

सूखी खांसी, जिसे नॉन-प्रोडक्टिव कफ भी कहा जाता है, ऐसी खांसी है जिसमें कोई कफ या बलगम नहीं बनता है. इससे परेशानी होती है, आमतौर पर यह गले में कसावट से संबंधित होता है, और जुकाम, फ्लू, एलर्जी या गले में जलन के कारण हो सकता है.. फोरेक्स सिरप सूखी और खुश्क खांसी को दबाता है. यह एलर्जी के लक्षणों जैसे आंखों में पानी आना, छींक, नाक या गले में जलन से राहत देगा और आपको अपनी दैनिक गतिविधियों को अधिक आसानी से पूरा करने में मदद करेगा.

यह दवा सुरक्षित और प्रभावी है. फोरेक्स सिरप आमतौर पर कुछ मिनटों के भीतर काम करना शुरू कर देता है और इसका प्रभाव कई घंटों तक बना रहता है. इसे डॉक्टर द्वारा पर पर्ची में लिखे गए गए अनुसार लें. जब तक आपका डॉक्टर नहीं कहता, तब तक इसका इस्तेमाल बंद न करें.

फोरेक्स सिरप के साइड इफेक्ट

इस दवा से होने वाले अधिकांश साइड इफेक्ट में डॉक्टर की सलाह लेने की ज़रूरत नहीं पड़ती है और नियमित रूप से दवा का सेवन करने से साइट इफेक्ट अपने आप समाप्त हो जाते हैं. अगर साइड इफ़ेक्ट बने रहते हैं या लक्षण बिगड़ने लगते हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें

फोरेक्स के सामान्य साइड इफेक्ट

  • मिचली आना
  • उल्टी
  • भूख में कमी
  • सिर दर्द

फोरेक्स सिरप का इस्तेमाल कैसे करें

इस दवा की खुराक और अनुपान की अवधि के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें. इस्तेमाल करने के पहले लेवल की जांच कर लें. इसे मापने वाले कप से मापें और फिर पिएं. इस्तेमाल करने के पहले अच्छी तरह से हिलायें. फोरेक्स सिरप को खाने के फॉरेक्स कैसे काम करता है साथ या भूखे पेट भी ले सकते हैं, लेकिन बेहतर यह होगा कि इसे एक तय समय पर लिया जाए.

फोरेक्स सिरप किस प्रकार काम करता है

फोरेक्स सिरप तीन दवाओं का मिश्रण हैः फिनाइलेफ्रिन, क्लोरफेनीरामिन मेलेट और डेक्स्ट्रोमेथॉर्फन हाय्ड्रोब्रोमाइड, जो सूखी खांसी से राहत देता है. फेनिलफ्रीन एक बंद नाक खोलने वाली दवा (नेजल डिकंजेस्टेन्ट) है जो छोटी रक्त वाहिकाओं को संकरा करके बंद नाक की समस्या से आराम दिलाती है. क्लोरफेनिरेमाइन मेलेट एक एंटीएलर्जिक है जो एलर्जी के लक्षणों जैसे नाक बहना, आंख से पानी गिरना एवं छींक आने की स्थिति में राहत पहुंचाता है. डेक्ट्रोमेथोरफैन हाइड्रोब्रोमाइड कफ सप्रेसेंट है जो मस्तिष्क में कफ सेंटर के कार्य को कम करके खांसी से राहत देता है.

सुरक्षा संबंधी सलाह

फोरेक्स सिरप के साथ शराब का सेवन करते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. कृपया फॉरेक्स कैसे काम करता है अपने डॉक्टर से सलाह लें.

गर्भावस्था के दौरान फोरेक्स सिरप का इस्तेमाल करना असुरक्षित हो सकता है.. हालांकि, इंसानों से जुड़े शोध सीमित हैं लेकिन जानवरों पर किए शोधों से पता चलता है कि ये विकसित हो रहे शिशु पर हानिकारक प्रभाव डालता है. आपके डॉक्टर पहले इससे होने वाले लाभ और संभावित जोखिमों की तुलना करेंगें और उसके बाद ही इसे लेने की सलाह देंगें. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.

स्तनपान के दौरान फोरेक्स सिरप का इस्तेमाल संभवतः सुरक्षित है. मानव पर किए गए सीमित शोध से यह पता चलता है कि दवा से बच्चे को कोई गंभीर जोखिम नहीं पहुंचता है.

फोरेक्स सिरप के इस्तेमाल से ऐसे साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं जिससे आपकी गाड़ी चलाने की क्षमता प्रभावित हो सकती है.

गुर्दे की बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए फोरेक्स सिरप का इस्तेमाल संभवतः सुरक्षित हो सकता है. ऐसी कम ही जानकारी उपलब्ध है जिससे पता चलता है कि इस तरह के मरीजों के लिए फोरेक्स सिरप की खुराक कम या ज्यादा करने की ज़रूरत नहीं है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.

लिवर की बीमारी वाले मरीजों में फोरेक्स सिरप का इस्तेमाल करना संभवतः असुरक्षित है और उन्हें इससे बचना चाहिए. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.

अगर आप फोरेक्स सिरप लेना भूल जाएं तो?

अगर आप फोरेक्स सिरप निर्धारित समय पर लेना भूल गए हैं तो जितनी जल्दी हो सके इसे ले लें. हालांकि, अगर अगली खुराक का समय हो गया है तो छूटी हुई खुराक को छोड़ दें और नियमित समय पर अगली खुराक लें. खुराक को डबल न करें.

क्या है Forex या Currency मार्केट ?

आखिर क्या है Forex या Currency मार्केट? मैं आपको एक उदाहरण के साथ समझाने की कोशिश करता हूं की करेंसी मार्केट आखिर है क्या और यह काम कैसे करता है। मान लीजिए आपके पास ₹100000 हैं और आप वह ₹100000 लेकर अमेरिका जाना चाहते हैं तो उधर पर तो हमारे भारतीय रुपए चलेंगे नहीं तो उसके लिए आपको ₹100000 को एक्सचेंज में जाकर अमेरिकी करेंसी डॉलर में बदलवाना फॉरेक्स कैसे काम करता है पड़ेगा। हम मानते हैं , कि एक्सचेंज में जो रेट था वह ₹80 का था मतलब कि ₹80 दीजिए तब जाकर $1 मिलेगा। तो आपको कुल मिलाकर मिले $1250। यह आपने डॉलर लिए और अमेरिका चले गए।

अब मान लीजिए यह डॉलर आपके अमेरिका में खर्च नहीं होगे और आप जब भारत वापस आए तब यहां पर तो अमेरिकी डॉलर चलेंगे नहीं तो वापस से आप को रुपए में बदलवाना पड़ेगा। अब मानते हैं जब आप इस बार जब एक्सचेंज गए तब $1250 के बदले में आपको ₹100000 से ज्यादा रुपए मिल गए। तो आपने पूछा कि ऐसे ज्यादा रुपए कैसे मिल गए, जब मैंने ₹100000 दिए थे तो मुझे ₹100000 ही मिलने चाहिए ज्यादा कैसे मिल गए। तो एक्सचेंज ने बताया आपको कि आज जो डॉलर की कीमत है वह ₹82 चल रही है। तो उसके हिसाब से आपको ₹102500 मिलेंगे। मतलब कि ₹2500 का मुनाफा। तो Forex या Currency मार्केट ऐसे काम करता है।

Exchange Rate कौन तय करता है?

क्या आपको पता है 1947 में आजादी के समय एक डॉलर की कीमत ₹1 हुआ करती थी जो कि आज ₹80 के भी ऊपर है। आपने इस तरह की खबरें भी सुनी होगी कि भारतीय रुपए का मूल्य गिर रहा है। तो फॉरेक्स कैसे काम करता है आपने सोचा होगा कि रुपए गिरता या बढ़ता क्यों हैं? कौन इसका मूल्य तय करता है? कुछ लोग सोच रहे होंगे कि भारतीय सरकार या फिर RBI रुपए का मूल्य तय करती है। मगर ऐसा नहीं है। रुपए का मूल्य Forex एवं Currency मार्केट तय करता है। भारतीय रुपए में Floating Exchange Rate प्रणाली का उपयोग करता है। इसलिए भारतीय रुपये का मूल्य मुद्रा बाजार में आपूर्ति और मांग से तय होता है। तो सबसे पहले हम Exchange Rate प्रणाली के बारे में समझते हैं।

  • Fixed Exchange Rate System.
  • Floating Exchange Rate System.

Fixed Exchange Rate System : फॉरेक्स कैसे काम करता है यदि आरबीआई भारतीय रुपये के मुकाबले किसी भी देश की मुद्रा को एक निश्चित मूल्य के रूप में मूल्यांकित करने का निर्णय लेता है। जैसे उदाहरण के तौर पर मान लें कि यदि आरबीआई फैसला लेती है की एक एक डॉलर की कीमत ₹40 ही तय होगी। तो ऐसी प्रणाली को हम Fixed Exchange Rate System कहते हैं।

Floating Exchange Rate System : Floating Exchange Rate प्रणाली में बाजार की ताकतें जैसे आपूर्ति और मांग, मुद्रा का मूल्य तय करती हैं। भारत 1975 तक Fixed Exchange Rate प्रणाली का पालन करता था। मगर 1993 के बाद से रुपया पूरी तरह से Floating Exchange Rate प्रणाली का पालन करने लगा था।

Forex एवं Share बाज़ार में अंतर

Forex मार्केट में हम किसी देश की मुद्रा को खरीदते या बेचते हैं। जबकि Share मार्केट में हम किसी कंपनी के शेयर्स अथवा उसके हिस्सेदारी को खरीदते या बेचते हैं। हालांकि दोनों मार्केट में समानता यही है कि लोग इसमें मुनाफा कमाने के उद्देश्य से इसमें निवेश करते हैं। Forex मार्केट के अपने कुछ फायदे हैं जैसे कि यह भी शेयर मार्केट की तरह सोमवार से शुक्रवार तक खुला रहता है लेकिन यह मार्केट रात में शेयर मार्केट की तरह बंद नहीं होता है। यह सोमवार से फॉरेक्स कैसे काम करता है लेकर शुक्रवार तक लगातार खुला रहता है।

Forex मार्केट में कीमत के घटने या बढ़ने की गति बहुत धीमी होती है जिस कारण से इसमें नुकसान होने का खतरा कम रहता है। हालांकि इसमें कीमत फॉरेक्स कैसे काम करता है की गति धीमी होने की वजह से मुनाफा भी कम होता है। विदेशी मुद्रा बाजार में एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंतर यह है कि इसकी पूंजी की आवश्यकता कम होती है। मतलब कि आप कम पूंजी के साथ भी विदेशी मुद्रा बाजार में व्यापार कर सकते हैं। Forex मार्केट में शेयर मार्केट की अपेक्षा निवेश पर जल्दी रिटर्न देने की प्रवत्ति के कारण भी कुछ लोग विदेशी मुद्रा बाजार में व्यापार करते हैं।

भारत में Forex Market में व्यापार करने योग्य मुद्राएं

मुद्रा जोड़े जो SEBI द्वारा विनियमित होते हैं जो कि भारत में वित्तीय बाजारों का नियामक निकाय है, सिर्फ वही मुद्रा जोड़े भारत में व्यापार करने के लिए वैध है। भारत के Forex मार्केट में कुछ मुद्रा जोड़ें ही हैं जो की पुरी तरह से वैध हैं। इनके अलावा कोई भी मुद्रा जोड़ो पर भारत में व्यापार करना पूरी तरह से अवैध है। मुद्रा जोड़ें जो कि भारत में Forex मार्केट में व्यापार करने के लिए वैध हैं वह इस प्रकार हैं :

EUR यूरोप की मुद्रा है जिसका पूर्ण प्रपत्र EURO है और USD अमेरिका की मुद्रा है जिसे डॉलर भी कहते हैं, जिसका पूर्ण प्रपत्र United States Dollars हैं। GBP यूनाइटेड किंगडम की मुद्रा है जिसका पूर्ण प्रपत्र Great British Pound है। JPY जापान की मुद्रा है जिसे जापानी यन भी बोलते हैं, जिसका पूर्ण प्रपत्र Japanese Yen है।

Forex बाज़ार में व्यापार क्यों करें ?

विदेशी मुद्रा का व्यापार दुनिया में सबसे अधिक कारोबार वाला बाजार है और जब आप बाजार के लाभों को समझते हैं, तो यह समझना आसान होता है कि क्यों यह इतना प्रचलित है।

24 घंटे का व्यापार, सप्ताह में 5 दिन : अन्य बाजारों के विपरीत, जब सूरज ढल जाता है तो विदेशी मुद्रा व्यापार (Forex Market) को रोकना नहीं पड़ता है। चूंकि पूरे विश्व में विदेशी मुद्रा का कारोबार होता है, व्यापारिक बाजार दिन में 24 घंटे, सप्ताह में 5 दिन खुले होते हैं, इसलिए जब यह आपके लिए सुविधाजनक हो तो आप व्यापार कर सकते हैं।

Bull और Bear मार्केट में ट्रेडिंग : Forex मार्केट व्यापारियों को बढ़ते और गिरते दोनों बाजारों में व्यापार के अवसरों का लाभ प्रदान करता है और अन्य बाजारों के विपरीत, शॉर्ट सेलिंग के लिए कोई प्रतिबंध या अतिरिक्त लागत नहीं है।

अन्य Markets की अपेक्षा ज्यादा तरलता : Forex मार्केट रोज का कारोबार ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने के साथ, विदेशी मुद्रा दुनिया में सबसे अधिक तरल बाजार है। यह तरलता अक्सर अधिक कार्रवाई योग्य कीमतों में परिणत होती है और अन्य वित्तीय बाजारों के विपरीत, व्यापारी मुद्रा के उतार-चढ़ाव पर लगभग तुरंत प्रतिक्रिया दे सकते हैं।

Forex/Currency Trading

Currency (करेंसी) का मतलब गुड्स और सर्विस खरीदने का ज़रिया (पैसे के बदले चीज़े खरीदना) जैसे की हम कोई सामान खरीदने के लिए रुपये पैसों का इस्तेमाल करते हैं तो रुपये एक करेंसी हैं ऐसे ही हर देश की अपनी currency होती हैं

Forex|Currency Market क्या होता हैं|what is Forex|Currency Market

Currency Market एक Marketplace हैं जहाँ अलग अलग Currency को Buy और Sell किया जाता हैं विभिन्न Market Participant द्वारा जैसे की Banks ,Investment Firms और Hedge Funds ,Forex Broker आदि।

Currency Future भारत में Cash Settled होते हैं इसका मतलब currency Trading Physically Settled नहीं होते क्यूंकि Expiry पे Actual Delivery नहीं होती हैं Forex Market सबसे बड़े Financial Market में से एक हैं ज़्यादातर Currency Trade में US Dollar Currency एक pair ट्रेडिंग करेंसी में involve होती हैं Forex Market में Demand और Supply का Role होता हैं

Currency Market Price कैसे काम करता हैं|How Currency Price Fluctuate

करेंसी प्राइस Fluctuation कई कारणों फॉरेक्स कैसे काम करता है पर निर्भर करता हैं जैसे की Interest Rate में बदलाव ,Inflation दर और जीडीपी डाटा ये सभी फैक्टर Currency के Fluctuation में अहम् रोल अदा करती हैं Exports और Imports का बड़ा असर पड़ता हैं उस देश के करेंसी की वैल्यू में जिससे की करेंसी के प्राइस fluctuate होते हैं

Forex Trading कैसे की जाती हैं|How to do Forex Trading

Forex Trading में आपको Forex Trading Account और एक Bank Account की जरुरत होती हैं भारत में चार INR Currency Pair में आप Trade कर सकते हैं USD/INR, EUR/INR , GBP/INR and JPY/INR आप Cross Currency में भी trade कर सकते हैं जैसे EUR-USD, GBP-USD, & USD-JPY Forex Trading में करेंसी Buying और Selling Pairs के अलावा Fno में भी Trade कर सकते हैं क्यूंकि Cross Currency के Corresponding INR Pairs हैं

Forex Trading के लिए आपको एक Trading अकाउंट किसी Registered Broker के पास खोलना पड़ेगा Demat Account खोलने की आवस्यकता नहीं हैं Trading Account खोलने से पहले कुछ बातो का ध्यान रखना जरुरी हैं

1.Trading Platform-MetaTrader 4 & 5 trading platforms सबसे popular global forex trading platforms हैं

2.Leverage-Leverage पे ध्यान देना पड़ता हैं क्यूंकि लिवरेज आपको ज्यादा ट्रेड लेने की अनुमति देती हैं पर over position में ये नुकसानदायक भी हो सकती हैं

3.Minimum Initial Deposit-

Forex Market Terminology

BID-जब आप एक Currency pair को Buy करना होता हैं तो Quatoed Currency में जो amount हैं वो पे करना होता हैं एक यूनिट बेस करेंसी लेने के लिए

ASK-जब आप एक Currency pair को Sell करना होता हैं तो Quatoed Currency में जो amount हैं वो मिलता हैं एक यूनिट बेस करेंसी Sell करने के लिए.

Quote-Quote एक Currency Pair हैं जहाँ एक currency की value Reflect होती हैं दूसरी Currency की Value के द्वारा जैसे की GBP /USD- GBP एक Base Currency हैं और USD एक Quote Currency हैं

Spread-Ask Price और Bid Price के बीच का अंतर Spread कहलाता हैं

PIP-PIP एक सबसे छोटी Price की Movement हैं जो किसी Currency Quote में होती हैं

Forex Trading Order Types

Market Order-Market Order Exchange पे जो भी Current Rate चल रहा हैं उस भाव में position बनाना Market order कहलाता हैं Market Order उसी समय Execute जाते हैं

Limit Order-Limit Order में पहले से कुछ Price Rate सेट किया जाता हैं और उस स्वैछिक प्राइस पे Execute होने को Limit Order कहतें हैं इनमे समय लगता हैं क्यूंकि predefined rate से order match होता हैं

Stop Loss Order-Stop Loss Order Loss को रोकते हैं की एक certain point के ऊपर या निचे जाने से जिससे Loss Restrict हो जाता हैं

Most Tradeable Currency in India

1.USD-US Dollar सबसे ज्यादा Liquid और सबसे ज्यादा Trade होने वाली Currency हैं और ज्यादातर World Currencies के साथ Pair होती हैं

2.EUR-Euro US Dollar के बाद Liquid और सबसे ज्यादा Trade होने वाली Currency हैं और ज्यादातर Currencies के साथ Pair होती हैं

Note-इस ब्लॉग लेख में Currency ट्रेडिंग से सम्बंधित जो जानकारी दी गयी हैं वो केवल इनफार्मेशन और एजुकेशन के लिए हैं ट्रेडिंग एक जोखिम भरा बिज़नेस हैं आप इसके बारें में अपने फाइनेंसियल एडवाइजर से सलाह ले।

Q- Currency Trading क्या हैं?

Ans-Currency Market एक Marketplace हैं जहाँ अलग अलग Currency को Buy और Sell किया जाता हैं Currency Trading के लिए

कैसे इस्तेमाल करें फॉरेक्स कार्ड

अब बड़ी संख्या में भारतीय छुट्टियां मनाने के लिए विदेश जा रहे हैं। फॉरेक्स कैसे काम करता है इसलिए विदेश यात्रा की योजना बनाते समय जिन अनिवार्य बातों का ध्यान रखना चाहिए, उनमें सबसे जरूरी है विदेशी मुद्रा ले जाना। लोगों को नकद या यात्री चेक के रूप में विदेशी मुद्रा ले जाने के पारंपरिक विकल्पों के बारे में पता है, लेकिन इसका सबसे सुरक्षित व सुविधाजनक विकल्प प्रीपेड फॉरेक्स कार्ड है।

यह फ्रंट लोडेड कार्ड है, जो विदेशी यात्री को सामान्य डेबिट या क्रेडिट कार्ड की तरह फॉरेक्स कार्ड का इस्तेमाल करने की सुविधा देता है। सुरक्षा व मुद्रा के उतार-चढ़ाव, लेनदेन शुल्क से बचाव और विदेशी एटीएम से प्रीपेड फॉरेक्स कार्ड के इस्तेमाल पर न्यूनतम लेनदेन शुल्क जैसी सुविधाएं प्रदान करता है। परंपरागत विकल्पों के बजाय कई मुद्राओं वाले प्लेटिनम फॉरेक्स प्लस कार्ड के कई लाभ हैं। एचडीएफसी बैंक अपने फॉरेक्स कार्ड पर अधिकतम 18 विदेशी मुद्राएं उपलब्ध कराता है।

इससे विभिन्न देशों की यात्रा के दौरान प्रत्येक मुद्रा के लिए अलग-अलग कार्ड के बोझ से छुटकारा मिलेगा। कार्ड में जमा स्थानीय मुद्रा के इस्तेमाल पर यह मुद्रा विनिमय शुल्कों की बचत कराता है। इसे बैंक ब्रांचों के अलावा ऑनलाइन भी खरीदा जा सकता है। इस कार्ड में सैर-सपाटे के लिए साल में 10 हजार डॉलर व व्यावसायिक टूर के लिए प्रत्येक यात्रा पर 25,000 डॉलर धनराशि इसमें जमा कराई जा सकती है। भारत में फॉरेक्स प्रीपेड कार्ड का सालाना कारोबार लगभग 250 करोड़ डालर का है।


फॉरेक्स प्रीपेड कार्ड के फायदे
1. करेंसी भुनाने व मुद्रा विनिमय के लिए दुकानें या फॉरेक्स कैसे काम करता है ब्रांच ढूंढने की जरूरत नहीं
2. सामान्य डेबिट या क्रेटिड कार्ड की तरह इस्तेमाल होता है
3. अगर पर्स खो जाए तो कार्ड खोने पर ब्लॉक कराया जा सकता है
4. वीजा या मास्टरकार्ड एटीएम से नकदी निकाल सकते हैं
5. 2.9 करोड़ से अधिक स्टोर्स व 16.5 लाख एटीएम पर स्वीकार्यता
6. खानपान व मनोरंजन के लिए कार्ड पर शानदार पेशकश
8. मुद्रा विनिमय दर में होने वाले उतार-चढ़ाव का असर कम

डेबिट या क्रेडिट कार्ड से तुलना
दुकानों, एटीएम पर डेबिट या क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल के दौरान मुद्रा विनिमय पर अतिरिक्त शुल्क लगेगा। एटीएम से खरीदारी करने पर फॉरेक्स प्रीपेड कार्ड की तुलना में लागत काफी अधिक आती है। फॉरेक्स प्रीपेड पर दुकानों व ई-कॉमर्स लेनदेन के लिए किसी तरह का शुल्क नहीं है।

पराग राव
सीनियर वीपी, बिजनेस हेड, कार्ड पेमेंट प्रोडक्ट एंड मर्चेंट एक्वायरिंग सर्विसेज, एचडीएफसी बैंक

क्या फॉरेक्स मार्केट का मतलब जानते हैं आप?

इंटरनेट के जरिये आप घर बैठे फॉरेक्स ट्रेडिंग कर सकते हैं. इसे एफएक्स (FX) मार्केट भी कहते हैं

क्या फॉरेक्स मार्केट का मतलब जानते हैं आप?

आप भी कर सकते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग
इंटरनेट के जरिये आप घर बैठे फॉरेक्स ट्रेडिंग कर सकते हैं. लेकिन सबसे पहले आपको किसी फॉरेक्स ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा. फॉरेक्स मार्केट में एक करेंसी को दूसरी करेंसी से बदला (एक्सचेंज) जाता है. ट्रेडिंग में सबसे ज्यादा जरूरी बात है एक्सचेंज रेट. इसका मतलब है कि एक मुद्रा को दूसरी मुद्रा से एक्सचेंज करने की दर क्या होगी.

आपने आमतौर पर देखा होगा कि रुपये की कीमत डॉलर की अपेक्षा इतनी है या डॉलर की कीमत यूरो की तुलनी में कितनी है. उदाहरण के तौर पर अगर एक डॉलर की कीमत 70 रुपये है तो एक डॉलर के लिए आपको 70 रुपये चुकाने होंगे.

मान लीजिये डॉलर के बदले आप 1,000 यूरो लेने का मन बनाते हैं. जिस वक्त आपने यूरो खरीता उस वक्त डॉलर/यूरो का एक्सचेंज रेट 1.5 था यानी आपको 1,000 यूरो खरीदने के लिए 1,500 डॉलर देने पड़े. कुछ समय बाद एक्सचेंज रेट में थोड़ा बदलाव हुआ और यह बढ़कर 1.55 हो गया. अब जब आप 1,000 यूरो बेचेंगे तो आपको 1,550 डॉलर मिलेंगे. इस तरह आपको कुल 50 डॉलर का फायदा हुआ.

इसी तरह अगर यूरो बेचने के वक्त एक्सचेंज रेट 1.35 रहा, तो आपको उन्हीं 1000 यूरो के बदले 1,350 डॉलर मिलेंगे यानी आपको 100 डॉलर का नुकसान हुआ. इसी तरह से दूसरी करेंसी की भी खरोद-फरोख्त कर सकते हैं.

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