इसके अलावा भारत में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने शेयर मार्केट में अपनी किस्मत आजमाई और मालामाल हो गए.
जैसे कि राकेश झुनझुनवाला, रामदेव अग्रवाल,विजय केडिया और राधाकृष्ण दमानी आदि.
Share market news: शेयर मार्केट से कौन करता है सबसे ज्यादा कमाई! यहां देखिए टॉप जिन्होंने स्टॉक मार्केट से अरबों पांच दिग्गज स्टॉक इनवेस्टर्स की लिस्ट
Share market news: शेयर मार्केट से कौन करता है सबसे ज्यादा कमाई! यहां देखिए टॉप पांच दिग्गज स्टॉक इनवेस्टर्स की लिस्ट
बिग बुल (Big Bull) के नाम से मशहूर राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) को भारत का वॉरेन बफे (Warren Buffett) भी कहा जाता है। इसकी वजह यह है कि उन्होंने शेयर बाजार में चमत्कारिक सफलता हासिल की है। वह जिस भी शेयर को छू लेते हैं वह सोना उगलने लगता है। बड़ी संख्या में निवेशक उन्हें फॉलो करते हैं। उनकी हर चाल पर निवेशकों की नजर रहती है। झुनझुनवाला को शेयर बाजार में निवेश का 40 साल से ज्यादा का अनुभव है। उन्होंने महज 18 साल की उम्र में शेयर बाजार में कदम रखा। झुनझुनवाला ने अपने करियर की शुरुआत महज 5,000 रुपये से की थी और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। झुनझुनवाला और उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में 35 स्टॉक हैं और उनकी नेटवर्थ 29,644 करोड़ रुपये है।
राधाकिशन दमानी
रिटेल चेन डी-मार्ट को ऑपरेट करने वाली कंपनी एवेन्यू सुपरमार्ट के मालिक राधाकिशन दमानी (Radhakishan Damani) को राकेश झुनझुनवाला अपना गुरु मानते हैं। दमानी की गिनती देश के चोटी के निवेशकों में होती है लेकिन वह हमेशा लाइमलाइट से दूर रहते हैं। उनकी 14 कंपनियों में होल्डिंग्स है और उनकी नेटवर्थ 165895 करोड़ रुपये है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक राधाकिशन दमानी की जिन्होंने स्टॉक मार्केट से अरबों दौलत 19.3 बिलियन डॉलर की नेटवर्थ के साथ दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 77वें और भारतीय रईसों की सूची में छठे नंबर पर हैं। दमानी ने शेयर बाजार में अपनी शुरुआत 1980 के दशक में 5000 रुपये से की थी। दमानी हमेशा सफेद कपड़े पहनते हैं और यही वजह है कि वह शेयर मार्केट में 'मिस्टर व्हाइट एंड व्हाइट' के नाम से मशहूर हैं। दमानी ने इंडिया सीमेंट, वीएसटी इंडस्ट्रीज, ब्लूडार्ट, सिनेप्लेक्स कंपनियां और कुछ तंबाकू कंपनियों में निवेश किया है।
मुकुल अग्रवाल
मुकुल अग्रवाल (Mukul Agrawal) को भारतीय शेयर बाजार का नया स्टार कहा जाता है। उन्होंने 1990 के दशक के अंत में शेयर मार्केट में एंट्री मारी थी और आज उनके पोर्टफोलियो में 51 शेयर मौजूद हैं। इन शेयरों में उनके निवेश की कीमत 2438 करोड़ रुपये है। मुकुल अग्रवाल ने मार्च तिमाही में जमकर शॉपिंग की। मार्च 2022 में समाप्त तिमाही में मुकुल अग्रवाल (Mukul Agrawal) ने अपने पोर्टफोलियो में पांच नए शेयर जोड़े और साथ ही उन्होंने पांच शेयरों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई। Trendline के मुताबिक उनकी Allcargo Logistics Ltd, Karur Vysya Bank, OnMobile Global Ltd, Raymond Ltd जैसी कंपनियों में हिस्सेदारी है।
Rakesh Jhunjhunwala के बताए निवेश और स्टॉक मार्केट से जुड़े जरूरी टिप्स
Rakesh Jhunjhunwala को शेयर मार्केट का बिग बुल भी कहा जाता था.
Rakesh Jhunjhunwala: शेयर बाजार के बिग बुल (Big Bull) राकेश झुनझुनवाला अब इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन शेयर बाजार की दुनिया में यह एक नाम हमेशा गूंजता रहेगा. माना जाता है कि वो जिस शेयर में हाथ लगाते थे वो सोना बन जाता था. महज 5000 रुपए से शेयर मार्केट में शुरुआत करने वाले राकेश झुनझुनवाला ने 37 सालों के निवेश करियर में अरबों की दौलत कमाई. उनकी इसी अपार सफलता को देखते हुए हर निवेशक राकेश झुनझुनवाला जैसा पोर्टफोलियो बनाना चाहता है. अगर, आप भी शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं तो हम आपको राकेश झुनझुनवाला के 5 Portfolio सीक्रेट बता रहे हैं, जिन्हें फॉलो कर आप भी शेयर बाजार (Share Market) पर राज कर सकते हैं.
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शेयर मार्केट में खुद बनाएं अपनी राह
राकेश झुनझुनवाला से वो पहली चीज जो सीखने लायक है वो यह है कि आपको शेयर बाजार में अपना रास्ता अपनेआप बनाना होगा. किसी की कॉपी करके कभी भी आप स्टॉक मार्केट में सफल नहीं हो सकते. आपको केवल उन्हीं व्यवसायों में इंवेस्ट करना चाहिए जिन्हें आप समझ पाते हैं. उदाहरण के लिए, झुनझुनवाला गेमिंग बिजनेस को समझते थे, इसलिए उन्होंने नाज़ारा टेक में इंवेस्ट किया. लॉग टर्म में फायदे के लिए अच्छी कंपनियों के शेयर को खरीदना और उन्हें अपने पास रखना ही सफलता का मंत्र (Success Mantra) है. राकेश झुनझुनवाला के पास 20 सालों तक टाइटन का शेयर था, इसके लिए आपको बिजनेस (Business) और मैनेजमेंट में बहुत भरोसा रखना होगा.
मौका मिलने पर लगाएं दांव
जब दुनियाभर में वित्तीय संकट आया तो टाटा मोटर्स का स्टॉक क्रैश हो गया था. तब इन्वेस्टर्स को जेएलआर में निवेश सही नहीं लग रहा था. कोरस में टाटा स्टील का निवेश पहले से ही डंप में था और इन्वेस्टर्स ने सोचा टाटा मोटर्स का भी ऐसा ही हाल होगा. हालांकि, इंवेस्टर्स के लिए बड़ी संख्या में स्टॉक खरीदने का यह एक शानदार मौका था और राकेश झुनझुनवाला ने यही किया और करोड़ों कमाए.
Share Market: जानें कैसे काम करता है शेयर मार्केट? रातों रात कर देता जिन्होंने स्टॉक मार्केट से अरबों है मालामाल
Share Market Update : स्टॉक मार्केट को लेकर आई एक फिल्म स्कैम 1992 में एक डायलॉग है कि. शेयर मार्केट पैसों का इतना गहरा कुआं है, जिससे पूरी दुनिया की प्यास बुझ सकती है. यही वजह है जिन्होंने स्टॉक मार्केट से अरबों कि भारत समेत दुनिया के लाखों-करोड़ों लोग शेयर मार्केट में अपना पैसा लगाते हैं. जिसमें कई प्रोफिट कमा ले जाते हैं तो कइयों को नुकसान उठाना पड़ता है. शेयर मार्केट पर पैनी नजर रखने वालों कि मानें तो अधिकांश लोग बिना जानकारी के ही शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने उतर जाते हैं, जिसका खामियाजा उनको अपने पैसे डुबोकर चुकाना पड़ता है. ऐसे में बेहतर है कि स्टॉक मार्केट के सागर में उतरने से पहले हमें तैराकी की अच्छी समझ हो. इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसी बातें लेकर आए हैं, जिससे शेयर मार्केट से जुड़ी बारीकियां सीखने जिन्होंने स्टॉक मार्केट से अरबों में आपको मदद मिलेगी.
सेबी ने शेयर बाजार में अरबों डॉलर की टैक्स चोरी की दुकानों का किया भंडाफोड़
- मुंबई,
- 23 जुलाई 2015,
- (अपडेटेड 23 जुलाई 2015, 3:32 PM IST)
कम-से-कम 5,000 से 6,000 करोड़ रूपये की टैक्स चोरी के संदेह में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने बड़ी संख्या में ऐसे संगठित गुटों के खिलाफ कार्रवाई की जिन्होंने शेयर बाजार के जरिये ब्लैक मनी को वाइट मनी बनाने के लिये बहुत सी दुकानें खोल रखी थीं.
सेबी ऐसी 900 से अधिक यूनिटों को शेयर बाजार से प्रतिबंधित कर उनके मामलों को आगे की जांच के लिये आयकर विभाग को सौंप दिया. सेबी के चेयरमैन यू के सिन्हा ने यह जानकारी दी. सिन्हा ने कहा कि सरा ब्योरा केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) को दे दिया गया है और अब आगे की जांच उन्हें ही करनी है.
सेबी ने शेयर बाजार जिन्होंने स्टॉक मार्केट से अरबों जिन्होंने स्टॉक मार्केट से अरबों में अरबों डॉलर की टैक्स चोरी की दुकानों का किया भंडाफोड़
- मुंबई,
- 23 जुलाई 2015,
- (अपडेटेड 23 जुलाई 2015, 3:32 PM IST)
कम-से-कम 5,000 से 6,000 करोड़ रूपये की टैक्स चोरी के संदेह में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने बड़ी संख्या में ऐसे संगठित गुटों के खिलाफ कार्रवाई की जिन्होंने शेयर बाजार के जरिये ब्लैक मनी को वाइट मनी बनाने के लिये बहुत सी दुकानें खोल रखी थीं.
सेबी ऐसी 900 से अधिक यूनिटों को शेयर बाजार से प्रतिबंधित कर उनके मामलों को आगे की जांच के लिये आयकर विभाग को जिन्होंने स्टॉक मार्केट से अरबों सौंप दिया. सेबी के चेयरमैन यू के सिन्हा ने यह जानकारी दी. सिन्हा ने कहा कि सरा ब्योरा केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) को दे दिया गया है और अब आगे की जांच उन्हें ही करनी है.
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