साथियों पहले के जमाने में जो ट्रेडिंग होती थी उसके लिए पेपर ट्रेड होती थी यानी कि कागज एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है? पर लिखा जाता था ऑनलाइन का कोई जमाना नहीं था लेकिन भारत में सन 2000 में जब शेयर मार्केट ऑनलाइन आया जिससे लोग अपने घर बैठे मोबाइल लैपटॉप कंप्यूटर आदि से ट्रेडिंग कर सकते हैं और अब एक और नया ट्रेडिंग का कंसेप्ट आया है जिसे हम एल्गो ट्रेडिंग कहते हैं तो चलिए जानते हैं की एल्गो ट्रेडिंग क्या होती है एल्गो ट्रेडिंग कैसे की जाती है एवं इसके फायदे नुकसान क्या है पूरी जानकारी विस्तार से-

सेबी ने जिंस वायदा खंड में ‘एल्गो ट्रेडिंग’ नियमों में ढील दी

नयी दिल्ली, 17 मार्च (भाषा) भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने जिंस वायदा खंड में ‘एल्गोरिदम ट्रेडिंग’ नियमों में ढील देते हुए बृहस्पतिवार को प्रति सेकंड ऑर्डर संख्या एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है? सीमा मौजूदा 100 से बढ़ाकर 125 कर दी है।

सेबी ने एक परिपत्र में कहा कि नई सीमा एक अप्रैल से प्रभावी होगी।

बाजार से मिले प्रतिवेदनों और सेबी की उप-समिति…जिंस वायदा परामर्श समिति… के सुझावों पर गौर करने के बाद यह निर्णय किया गया है।

नियामक ने कहा, ‘‘नियमों में ढील देते हुए बाजारों को प्रति सेकंड ऑर्डरों की संख्या मौजूदा 120 से बढ़ाकर 125 करने की अनुमति देने का निर्णय किया गया है।’’

बाजार की भाषा में एल्गोरिदम ट्रेडिंग या ‘एल्गो ट्रेडिंग’ से आशय उन्नत गणितीय मॉडल के उपयोग से काफी तेज गति से उत्पन्न ऑर्डर से है। इसमें व्यापार का स्वचालित निष्पादन होता है और इसका उपयोग ज्यादातर बड़े संस्थागत निवेशक करते हैं।

शेयर बाजार : भारतीय घरेलू शेयर बाजार के लिए नई है Algo Trading, एक्सपर्ट्स का है हाई रिटर्न का दावा

शेयर बाजार एक जोखिम और अनिश्चितता से भरा हुआ सेक्टर है। कई बार शेयर बाजार में आश्चर्यजनक परिवर्तन देखने को मिलता रहता है। कई बार जानीमानी एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है? और प्रतिष्ठित कंपनियां भी अपने निवेशकों को निराशा की गर्त में धकेल देती हैं, वहीं कई बार कुछ नई और गुमनाम कंपनियां भी अपने निवेशकों को उम्मीद से कहीं ज्यादा रिटर्न देने वाली साबित होती हैं। इस अनिश्चितता को लेकर अब नए ट्रेडिंग सिस्टम विकसित हो रहे हैं।

एल्गो ट्रेडिंग (Algo Trading) पर है एक्सपर्ट्स का भरोसा

एल्गो ट्रेडिंग (Algo Trading) सिस्टम भारत में नया जरूर है, परन्तु वर्तमान में देखा जाए तो भारतीय घरेलू शेयर बाजार में एक बड़ा कारोबार एल्गो ट्रेडिंग (Algo Trading) के आधार पर हो रहा है। शेयर बाजार की रिपोर्ट्स के अनुसार एल्गो ट्रेडिंग ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE ) के कारोबार पर 40 प्रतिशत तक अधिकार कर लिया है। भारतीय घरेलू शेयर बाजार एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है? में यह नया ट्रेडिंग सिस्टम तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। ऐसे में शेयर बाजार के अनुभवी जानकार इसे ग्यारन्टीड रिटर्न देने वाला ट्रेडिंग सिस्टम मान रहे हैं।

जानकारी के अनुसार एल्गो ट्रेडिंग को ऑटोमेटेड ट्रेडिंग, प्रोग्राम्ड ट्रेडिंग या ब्लैक बॉक्स ट्रेडिंग भी कहा जाता है । एल्गो नाम की उत्पत्ति एल्गोरिदम (Algorithm) शब्द से होती है । यह एक कंप्यूटर प्रोग्राम पर आधारित होती है जिसमें ट्रेड करने के लिए तय निर्देशों (एक एल्गोरिदम) को फॉलो करता है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इसमें काफी तेजी से और अधिक बार रिटर्न प्राप्त होता है ।

अब ‘अल्गो ट्रेडिंग’ को रेगुलेट करने की तैयारी, SEBI लाया नए नियम, जानिए इससे जुड़ी सभी काम की बातें

अब

अल्गो ट्रेडिंग का नाम भले नया हो, लेकिन ट्रेडिंग के कद्रदान इसका फायदा बहुत पहले से उठा रहे हैं. सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया या SEBI अब इसे रेगुलेट करने की तैयारी में है. एक आंकड़ा बताता है कि भारत में होने एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है? वाली ट्रेडिंग का तकरीबन 50 फीसदी हिस्सा अल्गो ट्रेडिंग से ही संपन्न हो रहा है. ऐसे में सेबी की निगाह पड़ना लाजिमी है. दरअसल, अल्गो ट्रेडिंग का मतलब अल्गोरिदम से जुड़ा है जो पूरी तरह से कंप्यूटर से जरिये पूरा किया जाता है. अल्गो ट्रेडिंग में भी यही काम होता है. इसमें कंप्यूटर के जरिये ही स्टॉक की खरीद-बेच की जाती है. इसका दूसरा नाम ऑटोमेटेड या प्रोग्राम्ड ट्रेडिंग भी है. आइए इस नए प्रकार की ट्रेडिंग के एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है? बारे में जानते हैं.

कैसे होती है अल्गो ट्रेडिंग

अल्गो ट्रेडिंग शुरू करने के पीछे मकसद ये था कि ट्रेडिंग में समय बचे और अधिक तेजी से बिजनेस हो. अगर आप खुद किसी स्टॉक को सेलेक्ट करें और खरीदें या बेचें तो उसमें अधिक समय लगेगा जबकि कंप्यूटर यह काम कुछ ही सेकंड में पूरा कर देता है. अल्गो ट्रेडिंग में कोई ब्रोकर कंप्यूटर प्रोग्राम के जरिये शेयर पहले ही सेलेक्ट कर लेता है और बाजार खुलते ही ट्रेडिंग शुरू हो जाती है. अल्गो ट्रेडिंग का लिंक स्टॉक एक्सचेंज के सर्वर से जुड़ा होता है. इसलिए ट्रेडिंग की हर जानकारी स्टॉक एक्सचेंज के साथ अपडेट होती रहती है.

अल्गो से ट्रेडिंग पूरी होने के पहले रिटेल ट्रेडर का या तो अपने ब्रोकर को फोन करना होता है या ब्रोकर के ऑफिस में जाना होता है. अल्गो ट्रेडिंग में ही मोबाइल ट्रेडिंग का प्रोसेस भी आता है जिसमें मोबाइल के जरिये स्टॉक खरीदे या बेचे जाते हैं. इसमें मोबाइल ऐप के द्वारा ऑर्डर दिए जाते हैं. अल्गो ट्रेडिंग का एक एडवांस्ड वर्जन भी है जिसमें बिना किसी इंसानी दखलंदाजी के काम होता है.

सेबी की क्यों लगी निगाह

सेबी ही स्टॉक एक्सचेंज का रेगुलेटर है और यही सभी ब्रोकर टर्मिनल को मॉनिटर करता है. लेकिन ट्रेडर्स के अल्गो प्रोग्राम के लिए एक्सचेंज की कोई मंजूरी नहीं चाहिए होती है. अल्गो की मॉनिटरिंग के लिए कोई रूल भी नहीं है. लेकिन सेबी को अब यह लगता है कि बिना रेगुलेशन वाले अल्गो से मार्केट या स्टॉक एक्सचेंज को खतरा हो सकता है.

बिना रेगुलेशन वाले अल्गो से मार्केट में छेड़छाड़ की भी आशंका है. यह भी हो सकता है कि जिन अल्गो की मॉनिटरिंग नहीं होती, वे ग्राहकों को भारी मुनाफा या रिटर्न का झांसा देकर फंसा दें. ट्रेडिंग फेल होने पर ग्राहकों का भारी नुकसान हो सकता है. 2015 में ऐसा एक विवाद हो चुका है जिसमें पता चला कि एनएसई ने कुछ चुनिंदा अल्गो ट्रेडर्स को बिजनेस में तरजीह दी थी. इन वजहों को देखते हुए सेबी अल्गो ट्रेडिंग को रेगुलेट करने की तैयारी में है.

Binance Futures Launches Volume Participation Trading Algorithm on API

Binance Futures has launched the Volume Participation (VP) trading algorithm at 2022-04-13 06:00 AM (UTC) for API users on USDⓈ-M futures contracts. Part of the एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है? Binance Futures Execution Algorithm API solutions, VP trading algorithm allows users to programmatically leverage Binance’s in-house algorithmic trading capability, to automate their order execution strategies, improve execution transparency and gain smart access to the available market liquidity.

VP trading algorithm is an opportunistic algorithm for the execution of large orders with specified urgency level. It aims to execute a trade approximately in proportion to the real-time market volume by respecting the targeted volume participation level. The VP trading एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है? algorithm is recommended for users who wish to limit the market’s impact on orders, while targeting the average market trading price over the execution period.

एल्गो ट्रेडिंग क्या है | What is algo Trading in Hindi

एल्गो ट्रेडिंग का मतलब है कि ऑटोमेटिक ट्रेड होना या फिर कंप्यूटर Bot द्वारा ट्रेड होना जिसे हम एल्गोरिदम भी कहते हैं आसान भाषा में कहें तो की Algo Trading Means Algorithm trading कहते हैं जिसे कंप्यूटर में एक बार algorithm सेट करने पर कंप्यूटर ऑटोमेटिक ट्रेड करेगा और प्रॉफिट होने पर हमारे Trade को काटेगा या फिर स्टॉप लॉस हो जाने पर Trade को काट देगा इसमें व्यक्ति के इमोशन या फिर व्यक्ति का होना जरूरी नहीं होता है। इसे एल्गो ट्रेडिंग कहते हैं।

ये ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो रूल्स बेस पर होता है जिसमे पहले से ही कोडिंग की मदद से सारी चीज़े सेट की जाती है और फिर उसके माध्यम से ही एल्गो ट्रेडिंग काम करता है इसमें हमें पहले से ही हमारे रूल्स, इंस्ट्रक्शन्स या फिर लॉजिक को सेट करना होता है और फिर इसी लॉजिक पर हमारा लैपटॉप एल्गो ट्रेडिंग में काम करता है। ये रूल्स, और इंस्ट्रक्शन्स आप अपने हिसाब से सेट कर सकते है।

Algo Trading कैसे करें-

साथियों एल्गो ट्रेडिंग का इस्तेमाल अभी बड़े-बड़े इंस्टीट्यूशंस और बड़े-बड़े ट्रेडर करते हैं एवं एल्गो ट्रेडिंग करने के लिए किसी भी कोडिंग लैंग्वेज की जानकारी होना अनिवार्य नहीं है क्योंकि अगर आप एल्गो ट्रेडिंग करना चाहते हैं।

साथियों एल्गो ट्रेडिंग करने के लिए आपको अपने स्टॉक ब्रोकर से API लेनी होगी और उस API को आपको एल्गो ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर से लिंक करनी होगी एल्गो ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा सॉफ्टवेयर Algo Test है जो कि बिल्कुल फ्री है और लिटिल टेलर इसे आसानी से सीख सकते हैं और अपनी स्ट्रेटजी बना सकते हैं और उसे बैक टेस्ट भी कर सकते हैं।

भारत के शेयर बाजार के लीडिंग स्टॉक ब्रोकर जैसे- Zerodha, Angel one, Upstock , Dhan आदि प्लेटफार्म अपने सॉफ्टवेयर बनाकर रिटेल ट्रेडर्स के लिए उपलब्ध कराते हैं आप इनके सॉफ्टवेयर से अपने एल्गो ट्रेडिंग स्ट्रेटजी बना सकते हैं और ट्रेड कर सकते हैं हां लेकिन आपको थोड़ी बहुत चार्जिस अलग से देने होंगे।

Algo Trading के फायदे

एल्गो ट्रेडिंग के फायदे बहुत हैं जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं-

  • Emotionaless Trading – एल्गो ट्रेडिंग का सबसे अच्छा फायदा या है कि इसमें किसी व्यक्ति का इंवॉल्वमेंट नहीं होता है जिससे इमोशनल ट्रेडिंग नहीं होती है क्योंकि इमोशनल ट्रेडिंग से हमें अच्छा खासा लॉस हो सकता है एल्गो ट्रेडिंग में इमोशनलेस ट्रेडिंग होती है अगर आपको फायदा होता है तो तो ठीक है लेकिन आपके स्टॉपलॉस पर यह आपको बाहर कर देगा।
  • Unlimited Backtesting– एल्गो सॉफ्टवेयर के माध्यम से आप जितना चाहे व्यक्ति स्टिंग कर सकते हैं और बहुत ही कम समय में आप कई सालों की बैक टेस्टिंग कर सकते हैं जिससे आपकी ट्रेडिंग में बहुत अच्छा कॉन्फिडेंस बिल्ड होता है।
  • High Speed Trade – किसी इंसान द्वारा कोई भी ट्रेड बहुत जल्दी नहीं लिया जा सकता समय लगता है और जो इंस्टीट्यूशंस और बड़ी ट्रेडर के लिए यह आसान नहीं होता उन्हें बहुत जल्दी ट्रेड लेने होते हैं और बड़ी क्वांटिटी में ट्रेड लेने होते हैं लेकिन मार्केट में ज्यादा कॉन्टिटी के आर्डर एक ही समय में ऑर्डर करना आसान नहीं है लेकिन एल्गो ट्रेडिंग से बहुत आसान बनाती है एल्गो ट्रेडिंग से माध्यम से आप सेकंड में अपने ऑर्डर को एग्जीक्यूट कर सकते हैं।
  • Time Freedom – जब हम ट्रेड लेते हैं तो हमें मार्केट को दिनभर देखना होता है और टारगेट एवं लॉस को देखना होता है लेकिन जब आपने एक बार एल्बो सेट कर दिया है तो आप और भी अपना काम कर सकते हैं एवं ट्रेडिंग का काम मार्केट में आपका एल्गो ट्रेडिंग करेगा इसमें आपकी समय की बचत अच्छी होती है अगर आपके पास समय की कमी है तो एल्गो ट्रेडिंग आपके लिए वरदान है।
  • एल्गो ट्रेडिंग में आप अनलिमिटेड स्टॉक के डाटा को एनालाइज कर सकते हैं एवं उन पर एक ही टाइम पर नजर रख सकते हैं।

Algo Trading के नुकसान

एल्गो ट्रेडिंग आज के समय में बहुत प्रचलित हो रहा है और लोगों का कहना है कि एल्गो ट्रेडिंग भविष्य है क्योंकि भविष्य मेल को ट्रेडिंग ही होने वाली है तो दोस्तों एल्गो ट्रेडिंग के नुकसान की बात करें तो एल्गो ट्रेडिंग के नुकसान बहुत कम है लेकिन किसी भी नए ट्रेडर के लिए एल्गो ट्रेडिंग बिल्कुल भी नहीं है पहले उसे मैनुअली ट्रेडिंग सीखनी होगी।

इसी के साथ आपको बता दें कि एल्गो ट्रेडिंग कंप्यूटर या फिर रोबोट द्वारा जाने वाली ट्रेडिंग है और आपको पता ही होगा कि कंप्यूटर कभी भी गलती नहीं करता है अगर आप कोई Algo Trading स्ट्रेटजी बना रहे हैं और उसमें कोई गलती हो जाती है तो आप इसे इग्नोर बिल्कुल भी नहीं कर सकते क्योंकि इससे आपको बहुत ज्यादा नुकसान हो सकता है।

तो साथियों आशा करता हूं कि आपको इस लेख के माध्यम से एल्गो ट्रेडिंग क्या है (Algo Trading in एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है? Hindi) एल्गो ट्रेडिंग कैसे करते हैं एल्गो ट्रेडिंग के फायदे एवं नुकसान क्या है इससे संबंधित पूरी जानकारी आपको विस्तार से मिल गई होगी ऐसे ही शेयर मार्केट से संबंधित खबरों एवं जानकारियों के लिए हमारे ब्लॉग को पढ़ते रहिए एवं इस लेख को अपने दोस्तों के साथ नीचे दिए गए शेयर बटन के माध्यम से शेयर जरूर करें धन्यवाद।

रेटिंग: 4.25
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 310