एक ट्रेडर के पैसे कमाने की कोई लिमिट नही होती है वो एक दिन में लाखों, करोड़ो रूपए कमा सकता है. जितना ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है एक डॉक्टर और इंजिनियर एक महीने में कमाता है वो उतना एक दिन में कमा सकता है.

शिकागो के धर्म सम्मेलन में स्वामी विवेकानंद।

इनसाइडर ट्रेडिंग: यह क्या है, क्या नहीं है और क्या करने लायक है?

“इनसाइडर ट्रेडिंग” शब्द हाल ही में सुर्खियों में रहा है। चर्चा है कि बड़े नामी राजनेताओं और बिजनेस टायकून से इसकी जांच कराई जा रही है। लगभग ऐसा लगता है कि सभी बड़े लोग इन दिनों ऐसा कर रहे हैं। तो, इनसाइडर ट्रेडिंग वास्तव में क्या है और यह अवैध क्यों है?

“इनसाइडर ट्रेडर” की परिभाषा जो लागू कानूनों के मूल में निहित है, “सुरक्षा के सम्बन्ध में सामग्री, गैर-सार्वजनिक जानकारी के आधार पर भरोसेमंद कर्तव्य या भरोसा और विश्वास के अन्य संबंधों के उल्लंघन से कोई सेक्युरिटी (प्रत्याभूति) खरीदना या बेचना।” आइए इस सभी कानूनी को आसानी से समझने योग्य खंड में बांटते हैं।

सबसे पहले, आइए विश्वास के रिश्ते में निहित व्यक्ति के साथ शुरू करते हैं – इनसाइडर। एक व्यक्ति को “इनसाइडर” तब कहा जाता है यदि किसी व्यवसाय के साथ उनकी संबद्धता उन्हें ऐसी जानकारी प्रति पहुँच बनाती है जिसे अभी तक जनता के सामने प्रकट नहीं किया गया है।

क्या सभी इनसाइडर ट्रेडिंग अवैध हैं?

आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि सभी इनसाइडर ट्रेडिंग कानून द्वारा दंडनीय नहीं हैं। यहां इनसाइडर ट्रेडिंग के कुछ उदाहरण दिए गए हैं जिन पर किसी भी प्रकार का कानूनी प्रभाव नहीं पड़ता है:

  • एक कर्मचारी अपने स्टॉक विकल्प (इक्विटी मुआवजे का एक प्रकार) को प्राप्त करता है और उस कंपनी के 100 शेयर खरीदता है जिसके लिए वह काम करता है। वे अंदरूनी (इनसाइडर) जानकारी के लिए ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है गुप्त हो सकते हैं, फिर भी उनके कानूनी अधिकारों के भीतर हैं।
  • एक CEO अपनी कंपनी में 500 शेयर खरीदता है। ट्रेडिंग को तब तक वैध माना जाता है जब तक इसके बारे में जानकारी सार्वजनिक की जाती है और संबंधित नियामक निकाय को इसकी सूचना दी जाती है।
  • एक बोर्ड का सदस्य अधिक स्टॉक खरीदकर निगम में अपना हिस्सा बढ़ाता है। यदि नियामक निकाय को सूचित किया जाए तो ट्रेड 100% कानूनी है।

अवैध इनसाइडर ट्रेडिंग

तो, ट्रेड कब अवैध क्षेत्र में प्रवेश करता है? यह तब होता है जब लेन-देन (जैसे शेयरों की खरीद या बिक्री) उस ज्ञान से प्रभावित होता है जिसके बारे में कंपनी के अंदर के लोगों का एक समूह को ही पता होता है। इस तरह की जानकारी इनसाइडर को बाजार में किसी और के सामने आने वाले स्टॉक मूल्य बदलाव से जुड़े नुकसान से या तो लाभ या हानि से बचने के लिए अनुचित लाभ देती है।

हर बार एक समय में आप इनसाइडर ट्रेडिंग के मामले देखेंगे जहां कंपनी के बाहर के लोग लाभ के लिए अंदरूनी (इनसाइडर) लोगों से प्राप्त जानकारी का उपयोग करते हैं। उन मामलों में “टिपर” और “टिप्पी” दोनों कानूनी रूप से दोषी हैं। मार्था स्टीवर्ट से जुड़े इनसाइडर ट्रेडिंग का 2001 का प्रसिद्ध मामला ऐसा ही था।

स्टीवर्ट, एक प्रसिद्ध अमेरिकी व्यवसायी और टीवी-व्यक्तित्व, ने बायोटेक कंपनी, ImClone के अपने सभी शेयर बेच दिए। ठीक दो दिन बाद, ImClone ने घोषणा की कि FDA ने कंपनी के प्राथमिक दवा उत्पाद, Erbitux को मंजूरी नहीं दी थी। इसके तुरंत बाद उनका स्टॉक 16% गिर गया था।

Investor और Trader कौन होता है ? इनमे क्या अंतर है ?

What is the difference between investor and trader:- मुझे आज भी याद है जब मैं स्टॉक मार्केट में नया नया था तब मैंने बहुत सारे लोगों से सुना था कि स्टॉक मार्केट में पैसे इन्वेस्ट करके एक इन्वेस्टर बन कर आप अच्छे खासे पैसे कमा सकते हैं, वहीं कुछ लोगों का कहना था कि आप स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करके बहुत ही कम समय में लाखों करोड़ों रुपए कमा सकते हैं। तो तब मेरे दिमाग में यह सवाल बार-बार आता था कि आखिर यह इन्वेस्टर कौन होता है ? इन्वेस्टिंग का मतलब क्या होता है ? ट्रेडर कौन होता है ? और ट्रेडिंग का मतलब क्या होता है ? और इन दोनों में क्या अंतर होता है ? मेरी तरह आपके मन में भी यह सवाल हो सकते हैं। अगर हैं ? तो यह लेख पढ़ने के बाद आपके सभी सवाल लोगों के जवाब आपको मिल ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है जाएंगे।

Investor और Trader कौन होता है ? इनमे क्या अंतर है ?

Investing का मतलब क्या होता है ? Investor कौन होता है ?

स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टर उस व्यक्ति को कहा जाता है जो शेयर मार्केट में किसी भी कंपनी के शेयर एक लंबे समय के लिए खरीदता है और जब उसके शेयर्स की कीमत खरीद प्राइस से कई गुना हो जाती हैं तब उन शेयर को बेचकर वह अच्छा खासा प्रॉफिट कमा लेता है। इसी को इन्वेस्टिंग कहते हैं। चलिए इसको एक उदाहरण से समझते है।

जैसे कि मान लीजिए राहुल नाम का एक लड़का है जिसकी उम्र 25 साल है। अभी उसके पास ₹100000 पड़े हैं जिसकी जरूरत उसे आने वाले 10 से 15 सालों के लिए नहीं पड़ेगी, इसलिए वह इन ₹100000 के शेयर्स खरीद लेता है। इसके बाद वह 15 साल तक अपने शेयर नहीं बेचता है। तो इन 15 सालों में राहुल के ₹100000 कई गुना तक हो जाएंगे।

अगर राहुल ने किसी अच्छी ग्रोथ वाली कंपनी में पैसे लगाए हो तो उसके पैसे 15 साल में 10 से 15 गुना भी हो सकते हैं। यानी कि 15 साल पहले राहुल ने जो ₹100000 के शेयर खरीदे थे उनकी कीमत 15 साल बाद 10 लाख से 15 लाख रुपए हो जाएगी और जब राहुल उन शेयर्स को बेचेगा तो उसे 15 लाख रुपए मिलेंगे। तो इस प्रकार से शेयर मार्केट में इन्वेस्टर्स इन्वेस्टिंग करते ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है हैं और पैसे कमाते है।

Trading का मतलब क्या होता है ? Trader कौन होता है ?

वैसे तो ट्रेडर में भी कई प्रकार होते हैं, जैसे Intraday Trader, Option Trader, Swing Trader आदि। लेकिन इन सभी में कुछ कुछ चीजें समान होती है। जिससे आप आसानी से इन्वेस्टर और ट्रेडर के बीच का अंतर समझ सकते हैं। ट्रेडर उन लोगों को कहा जाता है जो शेयर मार्केट में किसी कंपनी के शेयर कम समय में ही खरीद कर वापस बेच देते हैं। कुछ ट्रेडर एक ही दिन में शेयर खरीद कर वापस बेचते हैं, वहीं कुछ ट्रेडर 7 से 15 दिनों के अंतराल में शेयर्स की खरीद और बिक्री करते हैं, तथा कुछ ट्रेडर 2 से 3 महीने तक शेयर्स को होल्ड करके रहते हैं।

ट्रेडर्स का काम करने का तरीका बहुत ही सिंपल है। यह कंपनियों के शेयर को कम कीमत पर खरीदते हैं और जैसे ही उस कंपनी के शेयर की कीमत थोड़ी बढ़ जाती है तो वह उन शेयर्स को बेचकर अपना प्रॉफिट कमा लेते हैं। चलिए इसको एक उदाहरण से समझते हैं।

इन्वेस्टर और ट्रेडर में क्या अंतर होता है ?

इन्वेस्टर और ट्रेडर कौन होते हैं ? यह हम आपको ऑलरेडी बता चुके हैं। इसलिए उनके बीच का अंतर आप खुद समझ सकते हैं। लेकिन अगर हम इन दोनों के बीच में कुछ अन्य ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है भिन्नताओं की बात करें तो एक इन्वेस्टर को स्टॉक मार्केट में ज्यादा समय देने की जरूरत नहीं पड़ती है। इन्वेस्टर को सिर्फ एक अच्छी कंपनी के शेयर खरीदने होते है और बस उनको होल्ड करके रखना होता है। अगर वह अपने शेयर्स को काफी दिनों तक ना संभाले तब भी कोई दिक्कत नहीं होती है। क्योंकि अगर कंपनी अच्छी हो तो लॉन्ग टर्म में उसके शेयर की कीमत हमेशा बढ़ती ही है।

लेकिन ट्रेडर की लाइफ काफी अलग होती है। एक ट्रेडर को हमेशा शेयर मार्केट और मार्केट से जुड़ी हुई खबरों से अवगत रहना पड़ता है। क्योंकि देश और दुनिया की छोटी बड़ी खबरों के आधार पर ही कंपनियों के शेयर की कीमत कम ज्यादा होती है और ट्रेडर हमेशा कम समय के लिए ही कंपनियों के शेयर खरीदा है। इसलिए ट्रेडर को हमेशा स्टॉक मार्केट में एक्टिव रहना पड़ता है। ताकि जब भी किसी कंपनी के शेयर की कीमत कम हो तब वह उस कंपनी के शेयर खरीद सके और जैसे ही उस कंपनी के शेयर की कीमत थोड़ी बढ़ जाये तो वह उन शेयर्स को वापस बेच सकें।

ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है ?

जो लोग ट्रेडिंग करते हैं उन्हें ट्रेडर कहा जाता है. ट्रेडर का काम मार्किट को एनालिसिस करके सही टाइम पर पैसा लगाना होता है और जब उसके पैसे बढ़ जाते हैं तो वो उन्हें लेकर मार्किट से बाहर हो जाता है.

ट्रेडर एक ही दिन में पैसा कमाता है. अगर आप एक ट्रेडर बन जाते हो तो आप एक ही दिन में बहुत सारा पैसा कमा सकते हो. इसके उलट देखे तो आपका पैसा डूब भी सकता है.

जी हाँ अगर आप गलत दिशा में पैसे लगाते हो तो आपका पैसा डूब भी सकता है और आपको काफी नुकसान हो सकता है. एक ट्रेडर अपने जीवन में सिर्फ पैसे से ही पैसा कमाता है.

ट्रेडर कैसे बन सकते हैं ?

अगर आप एक ट्रेडर बनना चाहत हैं तो आपको पहले ट्रेडिंग सीखनी पड़ेगी. ट्रेडिंग कई प्रकार की होती है. शेयर मार्किट ट्रेडिंग, फोरेक्स ट्रेडिंग, करेंसी ट्रेडिंग, कमोडिटी ट्रेडिंग इत्यादि.

ट्रेडिंग में आप एक ही दिन में ढेर सारा पैसा कमा सकते हो और इसके उलट वो सारा पैसा डूबा भी सकते हो. एक ट्रेडर ट्रेडिंग के दौरान अपना लोस तो करता ही है लेकिन लोस से ज्यादा वो प्रॉफिट कमाता है

इसलिए ओवरआल वो प्रॉफिट ही करता है. वही जो ट्रेडर बिना सीखे इस फील्ड में आते हैं वो अपना नुकसान ही करते हैं और अंत में अपना सारा पैसा हारकर ट्रेडिंग छोड़ देते हैं.

भारत में शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करना आसान है. किसी भी देश के ज्यादातर लोग अपने शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करके पैसे कमाते हैं. शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने के लिए ब्रोकर के पास जाकर Demat और Trading Account खुलना होता है.

ट्रेडर बनने के लिए जरूरी चीजें

बदलते वक़्त के साथ टेक्नोलॉजी ने बहुत तरक्की कर ली है जिस वजह से ट्रेडिंग करना और ट्रेडर बनना बहुत ही आसान हो गया है. शेयर मार्किट में ट्रेडर बनने के लिए आपके पास निम्न चीजें होना जरूरी है.

  1. किसी अच्छे ब्रोकर के पास एक ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए
  2. एक मोबाइल होना चाहिए
  3. अच्छी कनेक्टिविटी का इन्टरनेट होना चाहिए
  4. मार्किट अनालिसिस करने के लिए जरूरी चीजें होना चाहिए

ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खुलवाएं ?

किसी भी अच्छे ब्रोकर के पास आप Demat और Trading Account खुलवा सकते हैं. अच्छे ब्रोकर की बात करें तो angle One, Upstox, Zerodha यह तीनो बहुत ही फेमस ब्रोकर है.

इन तीनो में से आप किसी में भी Demat और Trading ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है Account खुलवा करके ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं. आप इन तीनो में से किसी में भी अपना अकाउंट खुला सकते हैं.

अकाउंट कैसे खुलवाना है इसकी जानकारी आप नीचे दी हुई पोस्ट में पढ़ सकते हैं. पोस्ट में मैंने सभी जानकारी विस्तार से दी हुई है.

Explainer : शेयर मार्केट में गारंटीड और हाई रिटर्न के दावे! जानिए क्या है Algo Trading और कैसे करती है काम

What is Algo Trading

एल्गो ट्रेडिंग क्या है, जिसमें किया जा ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है रहा हाई रिटर्न का दावा

  • इसे ऑटोमेटेड ट्रेडिंग, प्रोग्राम्ड ट्रेडिंग या ब्लैक बॉक्स ट्रेडिंग भी कहते हैं
  • भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रही है एल्गो ट्रेडिंग
  • ट्रेडिंग एक्टिविटीज को भावनाओं से रखती है दूर
  • बेस्ट पॉसिबल प्राइसेज पर पूरे होते हैं ट्रेड

1. बेस्ट पॉसिबल प्राइसेज पर ट्रेड पूरे होते हैं।
2. चाहे गए स्तरों पर ट्रेड ऑर्डर प्लेसमेंट तत्काल और सटीक होता है।
3. कीमतों में होने वाले बदलाव से बचने के लिए ट्रेड्स समय पर और तुरंत हो जाते हैं।
4. लेनदेन की लागत में कमी आती है।
5. कई बाजार स्थितियों पर एक साथ ऑटोमेटिक रूप से नजर बनाई जा सकती है।
6. ट्रेड्स प्लेस करते समय गलती की गुंजाइश का जोखिम काफी कम हो जाता है।
7. उपलब्ध ऐतिहासिक और रियल-टाइम डेटा का उपयोग करके एल्गो ट्रेडिंग का बैकटेस्ट किया जा सकता है। इससे यह पता लगाया जा सकता है कि यह एक व्यवहार्य ट्रेडिंग रणनीति है या नहीं।
8. ह्यूमन ट्रेडिंग में होने वाली भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक आधारित गलतियों की गुंजाइश नहीं रहती।
Forex Trading Fraud: फॉरेक्स ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का झांसा, फर्जी ऐप के जरिए लोगों से ऐसे की 15 करोड़ की ठगी
सेबी ने जारी किये दिशानिर्देश

पूंजी बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने हाल ही में निवेशकों को एल्गो ट्रेडिंग से जुड़ी सेवाएं देने वाले ब्रोकर्स के लिये दिशानिर्देश जारी किए हैं। इस पहल का उद्देश्य ‘उच्च रिटर्न’ का दावा कर शेयर बिक्री पर रोक लगाना है। सेबी ने एल्गो ट्रेडिंग की सुविधा दे रहे ब्रोकर्स के लिए कुछ जिम्मेदारी तय की है। एल्गोरिदम ट्रेडिंग सेवाएं देने वाले ब्रोकरों को पिछले या भविष्य के रिटर्न को लेकर कोई भी संदर्भ देने से मना किया गया है। साथ ही ऐसे किसी भी प्लेटफॉर्म से जुड़े होने से प्रतिबंधित कर दिया गया है, जो एल्गोरिदम के पिछले या भविष्य के लाभ के बारे में कोई संदर्भ देता है। सेबी के सर्कुलर में कहा गया, ‘‘जो शेयर ब्रोकर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से एल्गोरिदम के पिछले या भविष्य के रिटर्न या प्रदर्शन के बारे में जानकारी देते हैं या इस प्रकार की जानकारी देने वाले मंच से जुड़े हैं, वे सात दिन के भीतर उसे वेबसाइट से हटा देंगे। साथ ही इस तरह के संदर्भ प्रदान करने वाले मंच से खुद को अलग कर लेंगे।

एल्गो ट्रेडिंग गारंटीड रिटर्न देती है, यह धारणा गलत

ट्विटर पर जेरोधा के ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है को-फाउंडर नितिन कामत ने लिखा, “मुझे लगता है कि SEBI ने ऐसा इसलिए किया है, क्योंकि इस तरह के प्लेटफॉर्म ग्राहकों को लुभाने के लिए बैक-टेस्टिंग के जरिए असाधारण रिटर्न का लालच दे रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “एक धारणा गलत है कि एल्गो ट्रेडिंग गारंटीड रिटर्न देती हैं। ऐसी रणनीतियां (Strategies) खोजना जो लाभदायक प्रतीत होने के लिए अधिक बार ट्रेड करती हैं, कठिन नहीं है। लेकिन लगभग सभी मामलों में, हाई रिटर्न में तेजी से गिरावट आती है या एक बार जब आप इस पर होने वाली लागतों का हिसाब लगाते हैं तो ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है रिटर्न दिखता ही नहीं।”

आज का इतिहास: वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से पहला विमान टकराया तो लोगों को लगा ये कोई हादसा है, 18 मिनट बाद दूसरा टकराया तब आतंकी हमले का पता चला

11 सितंबर, 2001। दिन-मंगलवार। किसी आम दिन की तरह अमेरिकी लोग सुबह उठकर अपने काम पर जा चुके थे। न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में भी करीब 18 हजार कर्मचारी अपने-अपने कामों में लगे थे। ये बिल्डिंग न्यूयॉर्क की एक प्रमुख ट्रेड सेंटर थी। यहां बड़ी-बड़ी कंपनियों के ऑफिस थे जिनमें हजारों लोग काम करते थे और इतने ही लोगों का आना-जाना लगा रहता था।

तभी 8 बजकर 45 मिनट पर बोइंग 767 तेज रफ्तार से वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के नॉर्थ टॉवर से जा टकराया। सैकड़ों लोग मारे गए और इतने ही लोग आग और धुएं के बीच कैद होकर रह गए। अभी तक पूरी दुनिया इसे एक हादसा समझ रही थी।

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